अहमदाबाद में 27 जून को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा का आयोजन होना है. हर साल लाखों श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होते हैं लेकिन इस बार रथयात्रा कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच हो रही है. गुजरात में रोजाना कोरोना केसों में इजाफा देखा जा रहा है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने लोगों से अपील की है कि जिन लोगों में सर्दी खांसी या कोविड के लक्षण हैं वे रथयात्रा में शामिल न हों. बुजुर्ग गर्भवती महिलाएं बच्चे और किसी गंभीर रोग से पीड़ित लोग घर से ही भगवान जगन्नाथ के दर्शन करें ताकि भीड़ में संक्रमण फैलने की आशंका न हो.
स्वास्थ्य मंत्री बोलें- संक्रमण का ट्रेंड स्थिर
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कोविड की लहर नहीं है लेकिन चौथी बार ऐसा हो रहा है जब केसों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल जो केस सामने आ रहे हैं वे ओमिक्रॉन वेरियंट से जुड़े हैं जो ज्यादा घातक नहीं है. संक्रमण का ट्रेंड स्थिर है.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी मरीज को पहले से हृदय किडनी या फेफड़ों की समस्या है और कोविड के बाद मौत होती है तो उसे कोविड से मौत नहीं माना जाएगा.
राज्य सरकार ने अस्पतालों में बेड ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की है. लोगों से अपील की गई है कि वे लक्षण दिखने पर खुद को आइसोलेट करें और इलाज शुरू करें.
बता दें कि मंगलवार को गुजरात में कोरोना के 223 नए केस सामने आए जिससे एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1227 हो गई है. इनमें से 1204 मरीजों का इलाज ओपीडी के माध्यम से हो रहा है जबकि 23 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. मंगलवार को 105 मरीज स्वस्थ भी हुए. हालांकि स्थिति गंभीर नहीं है फिर भी सतर्कता जरूरी है.