गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण प्लेन क्रैश के बाद राहत और शवों की शिनाख्ती का कार्य जारी है. हादसे में मारे गए 241 लोगों में से अब तक 211 मृतकों के डीएनए उनके परिजनों से मैच कर चुके हैं. इनमें से 189 शव उनके स्वजनों को सौंपे जा चुके हैं, जबकि 22 शवों को जल्द सौंपे जाने की प्रक्रिया चल रही है. प्रशासन के सामने अब भी 59 शवों की पहचान और सुपुर्दगी की चुनौती बनी हुई है.
एअर इंडिया की फ्लाइट क्रैश में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें एकमात्र यात्री विश्वास चमत्कारिक रूप से बच निकले, जबकि बाकी 241 की मौत हो गई. मृतकों में 182 लोग फ्लाइट में सवार यात्री थे और 18 स्थानीय नागरिक थे, जो हादसे की चपेट में आ गए. प्रशासन ने हादसे के बाद डीएनए जांच के जरिए शवों की पहचान का काम शुरू किया.
अब तक 211 मृतकों के डीएनए सैंपल उनके परिजनों से मैच हो चुके हैं. इनमें से 189 शवों को सौंपा जा चुका है. इससे पहले 8 शव पहले ही परिजनों को दिए जा चुके थे और 3 लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई, जिन्हें जोड़ने पर अब तक कुल 200 शव उनके स्वजनों को सौंपे जा चुके हैं.
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22 शव ऐसे हैं, जिनके डीएनए परिजनों से मैच हो चुके हैं, लेकिन अब तक सौंपे नहीं गए हैं. इनमें से 8 शव आज दोपहर तक उनके परिवारों को सौंपे जाने हैं, वहीं दो शव कल दिए जाएंगे. बाकी 12 मामलों में परिजनों ने एक से अधिक परिजन खोए हैं, इसलिए वे सभी मृतकों के डीएनए रिपोर्ट्स का इंतजार कर रहे हैं, ताकि एक साथ अंतिम संस्कार कर सकें.
विमान में विदेशी यात्री भी थे शामिल
प्लेन में सवार यात्रियों में 142 भारतीय नागरिक, 32 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे. 7 मृतक नॉन-पैसेंजर (स्थानीय नागरिक) थे. अब भी 59 मृतकों के शव परिजनों को सौंपे जाने बाकी हैं, जिनमें कई की पहचान अब तक नहीं हो पाई है. डीएनए मैचिंग प्रक्रिया के बावजूद कुछ शवों की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है. प्रशासन के लिए यह बड़ी चुनौती है कि बचे शवों को सही परिजनों तक पहुंचाया जाए.