उत्तरी दिल्ली के संगम पार्क इलाके में सोमवार को एक बाइक हॉर्न मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के अंदर कथित तौर पर जहरीले धुएं में सांस लेने से एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने ये जानकारी दी है.
पिता और दो बच्चों की मौत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान 40 साल के हरदीप सिंह, उनके 16 साल के बेटे जगदीश सिंह और 15 साल की बेटी हरगुल कौरके रूप में हुई है. हरदीप की पत्नी 38 साल की हरप्रीत कौर गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) भीष्म सिंह ने बताया कि घटना डीएसआईडीसी शेड नंबर 63 के अंदर हुई, जहां परिवार छोटे पैमाने पर हॉर्न निर्माण का व्यवसाय चलाता था.
आत्महत्या की आशंका
उन्होंने कहा, 'प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि परिवार सुबह यूनिट में घुसा और उन्होंने परिसर के अंदर एक जहरीला पदार्थ सूंघ लिया.' पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि अगर यह सामूहिक आत्महत्या का मामला है तो इस कृत्य के पीछे वित्तीय संकट का कारण माना जा रहा है.
मरने से पहले बच्चे ने किया था रिश्तेदार को कॉल
पुलिस ने कहा कि बच्चों में से एक ने गिरने से पहले अपने एक रिश्तेदार को इसकी सूचना दी. रिश्तेदार ने आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस और चिकित्सा दल घटनास्थल पर पहुंचे.
हरदीप सिंह और उसके दो बच्चों को हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान तीनों को मृत घोषित कर दिया गया. हरप्रीत कौर को दीप चंद बंधु अस्पताल ले जाया गया और वह चिकित्सा निगरानी में है.
डीसीपी ने बताया कि शेड को फोरेंसिक जांच के लिए सील कर दिया गया है और कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हादसे की वास्तविक परिस्थितियों और कारणों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.