भीषण गर्मी के बीच जल संकट से झुलस रही दिल्ली के लिए एक सुखद खबर आई है. दरअसल हिमाचल प्रदेश ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने से इनकार कर दिया था लेकिन अब हिमाचल 137 क्यूसेक पानी देने के लिए तैयार हो गया है.
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया, 'हिमाचल प्रदेश ने अपर यमुना रिवर बोर्ड में यह स्पष्ट किया है, कि हिमाचल के एलोकेशन में से गर्मियों के मौसम में उनके पास 137 क्यूसेक पानी वो इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और हिमाचल प्रदेश ये पानी देने को तैयार है. लेकिन अपर यमुना रिवर बोर्ड ने हिमाचल प्रदेश से कुछ कागजात और कैलकुलेशन मांगे हैं.'
पानी देने के लिए तैयार है हिमाचल
दिल्ली जल मंत्री आतिशी के मुताबिक - 'कल अपर यमुना रिवर बोर्ड की बैठक हुई, इस बैठक में फाइनल समाधान नहीं निकल पाया है. हिमाचल प्रदेश ने अपर यमुना रिवर बोर्ड की बैठक में फिर से यह बताया है कि वह दिल्ली को पानी देने को तैयार है.अपर यमुना रिवर बोर्ड में हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली शामिल हैं. सभी राज्यों को यमुना के पानी का एक हिस्सा एलोकेट किया गया है.'
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आतिशी ने कहा, 'मेरी आज सुबह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से बातचीत हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि हिमाचल प्रदेश से समर्थन मिलेगा और जल्द से जल्द अपर यमुना रिवर बोर्ड को जरूरी कागज मुहैया कराएंगे. चूंकि अपर यमुना रिवर बोर्ड को कुछ समय लग सकता है. हमने हरियाणा सरकार से अपील की है कि वह मानवीय आधार पर कुछ अतिरिक्त पानी Release करें, जिससे दिल्ली में पानी की क़िल्लत को कम किया जा सके. अपर यमुना बोर्ड ने यह सुझाव भी दिया है कि दिल्ली और हरियाणा सरकार कुछ बैठकें करें, और अगर हरियाणा पानी दे सकता है तो वह जरूर रिलीज करें.'
आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार के सीनियर अधिकारियों का एक शिष्टमंडल कल चंडीगढ़ जाकर हरियाणा के अधिकारियों से मुलाकात करेगा.
दिल्ली जल संकट को दूर करने का प्रयास जारी- आतिशी
आतिशी ने बताया कि वजीराबाद पॉन्ड में 674 फ़ीट पानी होना चाहिए लेकिन 668 फ़ीट ही यमुना का जल स्तर रहा गया है. उन्होंने कहा, 'मुनक नहर में 15 जून तक 902 क्यूसेक पानी मिला है. वाटवर ट्रीटमेंट प्लांट में 1005 MGD पानी उत्पादन की बजाय 14 जून को 932 MGD पानी उत्पादन हुआ है. दिल्ली में 70 MGD पानी का उत्पादन कम हो रहा है. दिल्ली के बवाना, द्वारका, नांगलोई, और वेस्ट दिल्ली में पानी की कमी के मद्देनज़र इमरजेंसी ट्यूबवेल को वॉटर सप्लाई से लिंक किया गया है.