छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के कानन पेंडारी प्राणी उद्यान में 10 साल के एक सफेद बाघ की हृदय गति रुकने से मौत हो गई. आकाश नामक बाघ राजधानी रायपुर से करीब 135 किलोमीटर दूर बिलासपुर चिड़ियाघर में एकमात्र नर सफेद बाघ था.
चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने बताया कि बाघ की हालत अचानक बिगड़ गई और सोमवार सुबह 9.11 बजे उसकी मौत हो गई. वरिष्ठ वन अधिकारियों की मौजूदगी में पशु चिकित्सकों की एक टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया और एक स्वतंत्र विशेषज्ञ ने हृदय गति रुकने को मौत का कारण बताया.
चिड़ियाघर के अधीक्षक भोपाल सिंह राजपूत ने बताया, "आकाश चिड़ियाघर में एकमात्र नर सफेद बाघ था और उसका जन्म 16 मई, 2015 को यहीं हुआ था." उन्होंने बताया कि बाघ पूरी तरह स्वस्थ था और उसकी मौत से कुछ समय पहले तक उसमें किसी बीमारी के लक्षण नहीं दिखे थे.
चिड़ियाघर में अब दो सफेद बाघिन हैं, आकाश की मां 'सिद्धि' और बहन 'ईशा'. राजपूत ने बताया कि वे ग्वालियर चिड़ियाघर से एक सफेद बाघ लाने की प्रक्रिया में हैं, लेकिन भीषण गर्मी के कारण इसमें कुछ और समय लग सकता है.