मुंगेर से एक बेहद ही दर्दनाक खबर सामने आई है. जहां पर आर्थिक तंगी के चलते एक गरीब मां अपने 19 साल की कैंसर पीड़ित बेटी का इलाज नहीं करवा पा रही है. महीनों से जिले के सदर अस्पताल के बेड पर पड़ी लड़की की हालत दिन व दिन खराब होती जा रही है. कोई भी इस गरीब मां की मदद करने के लिए आगे नहीं आ रहा है. वहीं पीड़ित लड़की अपनी लड़खड़ाती जुबान से कहती है कि वो जीना चाहती है. अगर कोई मेरी मदद करेगा तो बच सकती हूं.
जमालपुर के छोटी दरियापुर रामपुर बस्ती में रहने वाली एक विधवा मां पैसों के अभाव के कारण अपनी 19 साल की कैंसर पीड़ित बेटी का इलाज नहीं करा पा रही है. बच्ची की हालत ऐसी है कि उसके गले में कैंसर के कारण दो बड़ी-बड़ी गांठें पड़ गई हैं. जिसकी वजह से वो न तो ठीक से खा पा रही है और ना हीं ठीक से बोल पा रही है और उसे लगातार खून की उल्टी हो रही है.
सदर अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती लड़की का इलाज अच्छी सुविधा नहीं होने के कारण सही तरीके नहीं हो पा रहा है. लड़की के पिता की मौत 21 नवंबर 2020 में हो गई थी. जिसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती चली गई. आज महिला के पास अपने चार बच्चों को खाना खिलाने तक के पैसे नहीं है. दवाइयों और टेस्ट में काफी पैसा खर्च हो चुका है. ऐसे में बड़े अस्पताल में बच्ची का इलाज करना संभव नहीं है. कैंसर पीड़ित बच्ची की मां का कहना है कि ऐसी हालत में वो बच्ची को छोड़कर कहीं काम पर भी नहीं जा सकती है.
एक तरफ सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए आयुष्मान योजना गोल्डन कार्ड सहित कई अन्य कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन इन योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को ठीक से नहीं मिल पा रहा है. पैसों के अभाव में कई गरीब परिवार अपने परिजनों का इलाज नहीं करा पा रहे हैं. जिसका ताजा उदहारण ये पीड़ित परिवार है जो एक एक पैसे के लिए मोहताज हो गया है. ये परिवार राह देख रहा है कि कोई इनकी मदद करे.
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