20 अप्रैल 2020
नागपुर की रहने वाली पीड़ित युवती की मां का निधन तब हो गया था जब वह मात्र पांच साल की थी. उसके पिता ने उसकी परवरिश की लेकिन दुर्भाग्य से कुछ सालों बाद पिता की भी मौत हो गई और उसे घरेलू सहायिका का काम करना पड़ा. पिता की मौत के बाद एक रिश्तेदार उसे राजस्थान के पाली में ले आया और उसे कोठा चलाने वाली जन्नत बानो को बेचकर चला गया. यहां उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया.