
प्रदर्शन का सूचकांक
राज्यों की दशा-दिशा सर्वेक्षण 2003 में शुरू होने के बाद से ही इसकी मेथडॉलॉजी या कि कार्यपद्धति को और मजबूत तथा व्यापक बनाने के प्रयास किए जाते रहे हैं. नए मानक जोड़ने के साथ इसकी नियमित समीक्षा भी की गई.
पिछले वर्षों के प्रदर्शनों को मौजूदा सुधारों से अलग करने के लिए सर्वाधिक सुधार वाली श्रेणी में राज्यों का मूल्यांकन पिछले पांच साल के प्रदर्शन के आधार पर किया गया.
इसमें नए विजेता उभरे जबकि बढ़िया प्रदर्शन करते आए राज्यों को अपना स्थान कायम रखने को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. अब 19वें साल में इतने सालों के शीर्ष पांच विजेताओं-बड़े और छोटे दोनों-पर नजर डाली गई है.
मैथडॉलॉजी से इतर इन 10 राज्यों ने शीर्ष पांच पायदानों पर सर्वाधिक बार अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है.