
किसी महिला के साथ जोर-जबरदस्ती और मारपीट करते लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है. वीडियो में कुछ लोग इस महिला के बाल पकड़कर उसे घसीटते हुए अपनी गाड़ी तक ले जाते हैं. उसके बाद वो महिला को जबरदस्ती गाड़ी में बिठाने की कोशिश करते हैं, लेकिन वो जैसे-तैसे वहां से भाग निकलती है.
इसे पाकिस्तान में हाल ही में हुई घटना बताते हुए कहा जा रहा है कि वीडियो में दिख रही महिला ने भारत पर पाकिस्तान द्वारा किये गए हमले का सबूत मांग लिया था, जिसके बाद कुछ लोगों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी.
वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “एक पाकिस्तानी महिला ने भारत पर हुए स्ट्राइक्स का सबूत मांगा. जवाब में 6–7 पाकिस्तानी मर्दों ने उसकी पिटाई की और उसके कपड़े फाड़ दिए.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो का भारत-पाकिस्तान संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है. ये 23 अप्रैल, 2025 को हुई एक घटना का पुराना वीडियो है, जब पाकिस्तान में कुछ लोगों ने एक ट्रांसजेंडर महिला की पिटाई कर दी थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 23 अप्रैल, 2025 के एक इंस्टाग्राम पोस्ट में मिला. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ये घटना पाकिस्तान के पंजाब की है, जहां वेहारी इलाके में कुछ हथियारबंद लोगों ने एक ट्रांसजेंडर महिला को अगवा करने की कोशिश की थी. जब महिला ने विरोध किया, तो इन लोगों ने उसे बुरी तरह पीटा. घटना के समय आसपास कई लोग खड़े थे, लेकिन किसी ने भी पीड़िता की मदद नहीं की.
कीवर्ड सर्च करने पर हमें इस घटना के बारे में अप्रैल 2025 में छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें भी इस घटना को पंजाब, पाकिस्तान के वेहारी इलाके का बताया गया था.
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के मुताबिक, 23 अप्रैल, 2025 को कई हथियारबंद लड़कों ने एक ट्रांसजेंडर महिला का अपहरण करने की कोशिश की और इस दौरान उसके साथ मारपीट की. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस घटना में शामिल आतिफ, इमरान, और ताहिर जावेद नाम के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था, और घायल ट्रांसजेंडर महिला को अस्पताल में भर्ती कराया था.
खबरों में पीड़िता का नाम शहजादी बताया गया है. शहजादी ने बताया था कि 23 अप्रैल को जब वो एक समारोह से लौट रही थीं, तब कुछ लड़कों ने उनके साथ जबरन छेड़छाड़ शुरू कर दी. जब उन्होंने विरोध किया, तो लड़कों ने उनके साथ मारपीट की और उनका फोन और पैसे छीन लिए.
साफ है, वायरल वीडियो वाली घटना 23 अप्रैल, 2025 की है. वहीं, भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ 7 मई को शुरू हुआ था. इसलिए, वायरल वीडियो का भारत-पाक संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है.
रिपोर्ट - आशीष कुमार