पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से इससे जुड़ी फर्जी खबरों की झड़ी-सी लग गई है. अब इसी कड़ी में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें भगवा झंडा लिए हुए सैकड़ों लोग रैली निकालते दिख रहे हैं. कहा जा रहा है कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल का है जहां हिंदुओं की ये भीड़ मुसलमानों को सबक सिखाने के लिए आ गई है.
इस दावे के साथ वीडियो को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कई लोग शेयर कर चुके हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं है. ये फरवरी 2025 का महाराष्ट्र का वीडियो है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फरवरी 2025 के कई पोस्ट्स में मिला. इससे ये बात साफ हो जाती है कि वीडियो का बंगाल हिंसा से कोई संबंध नहीं हो सकता क्योंकि ये इसके पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
उस समय जिन लोगों ने इस वीडियो को शेयर किया था उन्होंने अपने पोस्ट्स में ‘महाराष्ट्र के हिंदूवादी कार्यकर्ता संभाजी भिड़े’, ‘शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान’, ‘महाड’, ‘गडकोट मोहिम 2025’ जैसे शब्दों का जिक्र किया था.
सर्च करने पर हमें पता चला कि शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान, संभाजी भिड़े का संगठन है. महाराष्ट्र के रायगढ़ में आने वाले महाड में “शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान गडकोट” नाम की ये यात्रा निकाली गई थी.
ये एक मुहिम का हिस्सा थी. ये रैली छत्रपति शिवाजी के समर्थन में निकाली गई थी जिसमें एक लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे.
“शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान गडकोट” नाशिक और संभाजी भिड़े के नाम पर बने इंस्टाग्राम पेज से भी वायरल वीडियो जैसे वीडियो शेयर किए गए थे.
वायरल वीडियो में “मां शिव शक्ती डेअरी” नाम की एक दुकान दिख रही है. इसकी मदद से हमें वीडियो में दिख रही जगह, गूगल स्ट्रीट व्यू पर भी मिल गई. ये जगह महाड के बिरवाडी इलाके में है.
यहां ये बात स्पष्ट हो जाती है कि महाराष्ट्र के वीडियो को बंगाल का बताकर भ्रामक दावा किया जा रहा है.