पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा के संदर्भ में एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. वीडियो में मुस्लिम टोपी पहने हुए कुछ लोगों की भीड़ नजर आ रही है. भीड़ में काफी गहमागहमी का माहौल है. इसी बीच भगवा झंडा लिए हुए एक व्यक्ति के साथ कुछ लोग मारपीट करते हुए दिख रहे हैं.
सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस वीडियो को पश्चिम बंगाल का बता रहे हैं.
वायरल वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “ये देखो! भगवा झण्डा देखकर बंगाल मे क्या कर रहे है, जिहादी.”
हालांकि आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि मुंबई में गुड़ी पड़वा कलश यात्रा के दौरान दो गुटों के बीच हुई झड़प का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये द हिंदू के एक्स अकाउंट पर मिला. यहां इसे 31 मार्च, 2025 को अपलोड किया गया था. पोस्ट में इसे मुंबई के मलाड में दो गुटों के बीच हुई झड़प का बताया गया है.
द हिंदू की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ये घटना 30 मार्च, 2025 को मलाड के पठानवाड़ी इलाके में नूरानी मस्जिद के पास हुई थी. न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुड़ी पड़वा कलश यात्रा के बाद घर लौटते समय भगवा झंडा लहराने को लेकर दो समुदाय के लोगों के बीच गहमागहमी हो गई थी.
एक पुलिस अधिकारी के हवाले से न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर में बताया गया है कि दो लोग भगवा झंडा लेकर एक ऑटोरिक्शा में मस्जिद के पास से जा रहे थे. कुछ लोगों ने गलतफहमी के कारण दोनों की पिटाई कर दी. इसके बाद दो गुटों के बीच हाथापाई हो गई, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया.
न्यूज 24 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में 8 से 10 लोगों के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का मामला दर्ज किया था. मुस्लिम पक्ष की ओर से शिकायत की गई थी कि नमाज के दौरान जय श्री राम के नारे लगाए गए. रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में पुलिस के रवैये को लेकर बजरंग दल ने प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी थी.
साफ है कि वायरल वीडियो मुंबई में दो गुटों के बीच हुई झड़प का है. इसे पश्चिम बंगाल हिंसा से जोड़कर भ्रम फैलाया जा रहा है.