“इस बच्ची के पापा नौकरी के लिए अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जा रहे थे. बच्ची उन्हें जाने नहीं दे रही थी. लेकिन पापा नहीं मानें और चले गए, कभी न लौटने के लिए. शायद बच्ची को अनहोनी का अंदेशा हो गया था”.
कुछ ऐसा ही कहते हुए सोशल मीडिया पर कई लोग एक छोटी-सी बच्ची का भावुक कर देने वाले वीडियो शेयर कर रहे हैं. वीडियो देखने में किसी एयरपोर्ट के बाहर का लगता है. चीखती-चिल्लाती ये बच्ची इस वीडियो में एक व्यक्ति के सीने से लिपटती हुई नजर आ रही है. ये शख्स, बच्ची को एक अन्य आदमी की गोद में देने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, बच्ची उन्हें छोड़ने को राजी नहीं है.
वीडियो को अहमदाबाद विमान दुर्घटना से जोड़ते हुए कहा जा रहा है कि इस पिता ने अपनी बेटी की बात नहीं सुनी, जिसके बाद अहमदाबाद प्लेन क्रैश में उसकी मौत हो गई. लोग वायरल क्लिप को इस शख्स की आखिरी वीडियो बताते हुए लिख रहे हैं कि “रोटी-चटनी खाओ, लेकिन अपने परिवार के साथ रहो”.
लेकिन, आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि न तो इस वीडियो का अहमदाबाद विमान दुर्घटना से कोई संबंध है और न ही ये भारत का है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो को रिवर्स सर्च करने पर हमें पता चला कि कई लोगों ने इसे मार्च में शेयर किया था. इन्हीं में से एक पोस्ट में वीडियो पर “@sunzidahossain0” नाम का टिकटॉक यूजरनेम दिख रहा है.
वीपीएन की मदद से हमने ये टिकटॉक अकाउंट चेक किया. यहां 11 मार्च को वायरल वीडियो शेयर किया गया था. इस अकाउंट पर वायरल वीडियो वाली बच्ची और शख्स के और भी कई वीडियो मौजूद हैं.
इस आईडी के बायो में एक फेसबुक अकाउंट की लिंक भी दी गई है. ये अकाउंट, टिकटॉक वीडियो वाले यूजर का ही है. फेसबुक अकाउंट पर दिए गए फोन नंबर पर हमने कॉल किया और हमारी बात शाहदत हुसैन से हुई. शाहदत ने हमें बताया कि वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स वो खुद हैं और ये बच्ची उनकी बेटी महनूर हुसैन फतिहा है.
शाहदत ने आगे कहा कि वो एकदम सही सलामत हैं और उनका अहमदाबाद प्लेन क्रैश से कोई लेना-देना नहीं है. वो इस समय ओमान में हैं, जहां वो अपना बिजनेस चलाते हैं. शाहदत के मुताबिक, मूल रूप से वो बांग्लादेश के रहने वाले हैं और उनकी पत्नी और बेटी भी वहीं हैं.
शाहदत का कहना था कि वायरल वीडियो इसी साल मार्च का है, जब वो ढाका एयरपोर्ट से ओमान जा रहे थे. वीडियो में जो दूसरे शख्स दिख रहे हैं वो उनके ससुर हैं.
साफ है, बांग्लादेश के एक वीडियो को अहमदाबाद दुर्घटना से जोड़कर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है.
(सूरज उद्दीन मंडल के इनपुट के साथ)