
इजरायल-ईरान तनाव से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें एक आदमी सड़क किनारे दो लोगों को घूंसों से पीटता दिख रहा है. कहा जा रहा है कि ईरान के इजरायल पर हमला करने के बाद फिलिस्तीनी लोग यहूदियों को ढूंढ़-ढूंढ़ कर पीट रहे हैं.
वीडियो की शुरुआत में सड़क किनारे बनी एक दुकान से दो आदमियों को निकलते देखा जा सकता है. इनके कपड़ों को देखकर ऐसा लगता है कि ये दोनों यहूदी समुदाय के हैं. कुछ सेकंड बाद फुटपाथ से एक आदमी गुजरता है, जो इन दोनों पर अचानक घूंसों की बरसात कर देता है.
वीडियो को शेयर करते हुए लोग कैप्शन में लिख रहे हैं, “फिलिस्तीनि अब ढूंढ ढूंढ कर पीट रहे हैं यहूदियों को.., बाकी काम तो ईरान कर ही रहा है, ये देख कर मुझे अंदभक्तों की चिंता हो रही है!”.
इसी कैप्शन के साथ वीडियो को एक्स और फेसबुक पर सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये लंदन का 2022 का वीडियो है जब वहां यहूदी विरोधी मानसिकता रखने वाले एक आदमी ने इन दो यहूदियों को पीट दिया था.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस घटना से संबंधित कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. द सन की 27 जनवरी 2022 की खबर में बताया गया है कि यहूदियों के साथ ये मारपीट एक 18 साल के लड़के ने नॉर्थ लंदन में की थी. हमला दोनों यहूदियों की दुकान के बाहर हुआ था जिसमें उन्हें काफी चोटें आई थीं.
बाद में लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया था. बताया गया था कि ये हमला यहूदी विरोधी मानसिकता के चलते किया गया था. दोनों पीड़ित रूढ़िवादी यहूदी थे. उन पर ये हमला होलोकॉस्ट स्मरण दिवस की शाम को किया गया था.
कुछ खबरों में लिखा है कि लड़के ने यहूदियों को कांच की बोतल से भी मारा था.
द गार्डियन और बीबीसी की खबरों के मुताबिक, आरोपी का नाम मलाशी थौर्प (Malachi Thorpe) था. कुछ अन्य खबरों में आरोपी के वकील के हवाले से लिखा है उसकी मानसिक हालात ठीक नहीं थी.
यहां इस बात की पुष्टि हो जाती है कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है.