अक्षय कुमार और गोविंदा बॉलीवुड के मशहूर और मेहनती स्टार्स में से एक हैं. दोनों के लिए कोरियोग्राफर चिन्नी प्रकाश ने कई गाने कोरियोग्राफ किए हैं. उन्होंने दोनों एक्टर्स के साथ काम करने के एक्सपीरियंस पर बात की और बताया कि दोनों का ही अंदाज कितना अलग है. लेकिन दोनों ही बेहद मेहनती हैं.
सच में खिलाड़ी हैं अक्षय
चिन्नी प्रकाश ने अक्षय कुमारे के बारे में बात करते हुए कहा कि वो 20 साल में जरा भी नहीं बदले हैं. वो आज भी सबसे मेहनती एक्टर्स में एक हैं.
चिन्नी बोले,“अक्षय बहुत ईमानदार इंसान हैं और अपने काम में 100 प्रतिशत देते हैं. मैंने उनके साथ करीब 25 से 50 गाने शूट किए हैं, लेकिन उन्होंने कभी किसी स्टेप को बदलने के लिए नहीं कहा. खिलाड़ी फिल्म के एक गाने के सीन में हमने 100 अंडे अक्षय पर फेंके थे. लड़कियों को अक्षय पर अंडे फेंकने थे और जब अंडा लगता है तो दर्द तो होता ही है, लेकिन उसके बाद जो बदबू आती है, वो लंबे समय तक जाती नहीं. इसके बावजूद अक्षय ने एक शब्द भी नहीं कहा. वो बहुत मेहनती हैं, कोई नखरे नहीं दिखाते और बहुत जमीन से जुड़े हुए इंसान हैं. मैंने आज तक उनसे ज्यादा मेहनती एक्टर नहीं देखा- वो पूरी तरह समर्पित हैं.”
चिन्नी प्रकाश, जिन्होंने हाल ही में अक्षय के साथ हाउसफुल फिल्म सीरीज में काम किया, ने बताया कि अक्षय का व्यवहार आज भी वैसा ही है जैसा पहले था. वो बोले,“20 साल बाद भी उनका रवैया बिल्कुल वैसा ही है. मैंने हाल में हाउसफुल के लिए उनके साथ काम किया और उन्होंने वही समर्पण दिखाया. आप उनसे कुछ भी कहें, अगर आप कहें कि 10वीं मंजिल से कूदना है, तो वो बेझिझक कर देंगे.”
ट्रेंड सेटर हैं गोविंदा
चिन्नी ने गोविंदा के साथ भी काम करने के एक्सपीरियंस को याद किया और कहा कि वो रोबोट जैसे हैं. चिन्नी प्रकाश ने गोविंदा के साथ कुली नं. 1 और अंखियों से गोली मारे जैसी फिल्मों में भी काम किया है. उन्होंने बताया कि गोविंदा के साथ कोरियोग्राफी करना एक चुनौती भरा लेकिन मजेदार अनुभव था.
चिन्नी ने कहा,“आप जो भी करते हैं, वो कुछ अलग ही कर देंगे. आपको पहले से दिमाग तैयार रखना पड़ता है और ऐसे स्टेप बनाने पड़ते हैं कि उन्हें कुछ कहने की जरूरत ही न पड़े. मेरे पास बहुत अच्छे असिस्टेंट्स थे, वे पहले गोविंदा को स्टेप दिखाते थे, और फिर गोविंदा उन्हीं स्टेप्स को एक नए लेवल पर ले जाते थे. अंखियों से गोली मारे में रवीना टंडन और गोविंदा दोनों का स्टाइल कमाल का था. हमारे पास बस एक कैमरामैन, एक ट्रॉली, एक गार्डन में शूट, और एक साधारण क्रेन थी, लेकिन दोनों कलाकारों के परफॉर्मेंस ने सीन को गजब बना दिया. असल में, सब कुछ कलाकारों पर निर्भर करता है.”
इसके बाद चिन्नी प्रकाश ने गोविंदा की काम के प्रति लगन के बारे में कहा,“मैंने उनके जैसा एक्टर कभी नहीं देखा. उनके जीवन में एक ऐसा दौर था जब वो एक ही दिन में 4 से 6 फिल्में शूट कर रहे थे. मुझे समझ नहीं आता कि वो रोबोट थे या इंसान और उन्होंने यह सालों तक किया. हम तो एक ही शूट में थक जाते हैं. अगर वो कभी देर से भी आते थे, तो जो काम बच जाता था, उसे पूरा कर देते थे. लेकिन आप उनसे यह उम्मीद नहीं कर सकते थे कि वो ठीक 9 बजे पहुंचेंगे, क्योंकि हो सकता है उस समय वो किसी और फिल्म की शूटिंग पर हों.”