उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की एक विधानसभा सीट है रानीखेत विधानसभा सीट. पर्वतीय इलाके के इस विधानसभा क्षेत्र में सेना का भी हेडक्वॉर्टर है. रानीखेत पर्यटन के मानचित्र पर अलग पहचान रखता है. रानीखेत, उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. रानीखेत सैलानियों को अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
रानीखेत विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो ये विधानसभा सीट काफी पुरानी है. इस विधानसभा क्षेत्र के चुनावी अतीत की बात करें तो ये सीट केंद्र सरकार में मंत्री अजय भट्ट की भी कर्मभूमि रही है. इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी मजबूत रही है. रानीखेत विधानसभा सीट से 2012 के चुनाव में कांग्रेस के करण माहरा विधायक निर्वाचित हुए थे.
2017 का जनादेश
रानीखेत विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने करण माहरा को चुनाव मैदान में उतारा. कांग्रेस के करण माहरा के सामने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से अजय भट्ट की चुनौती थी. करण माहरा ने बीजेपी के अजय भट्ट को करीब पांच हजार वोट के अंतर से हरा दिया था. अजय भट्ट अब केंद्र सरकार में मंत्री हैं.
सामाजिक ताना-बाना
रानीखेत विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति-वर्ग के मतदाता निवास करते हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2017 के विधानसभा चुनाव के समय मतदाता सूची में कुल 79537 मतदाताओं के नाम दर्ज थे. जातीय समीकरणों की बात करें तो रानीखेत विधानसभा सीट क्षत्रिय बाहुल्य सीटों में गिनी जाता है.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
रानीखेत विधानसभा सीट से विधायक कांग्रेस के करण माहरा का जन्म रानीखेत में ही हुआ था. करण माहरा ने रानीखेत में ही शुरुआती शिक्षा ग्रहण की और लखनऊ से उच्च शिक्षा प्राप्त की. करण माहरा इससे पहले भी रानीखेत विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. करण माहरा विधानसभा में विपक्ष के उपनेता भी हैं. उनका दावा है कि उनके कार्यकाल के दौरान रानीखेत विधानसभा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हुआ है.
(रिपोर्ट- गीतेश त्रिपाठी)