बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं. तेज प्रताप यादव ने कहा कि नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में व्यस्त हैं, जबकि बिहार की जनता बेहाल है. तेज प्रताप ने बेरोजगारी और जनता के मुद्दों पर ध्यान न दिए जाने की बात कही. निर्वाचन आयोग की बैठक में अपने संगठन के प्रवक्ता के शामिल होने की पुष्टि भी की.