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बिहार में सड़क पर मिलीं VVPAT पर्चियां! चुनाव आयोग ने ARO को किया सस्पेंड, FIR दर्ज करने के निर्देश

समस्तीपुर के सरायरंजन में केएसआर कॉलेज के पास सड़क पर VVPAT पर्चियां बिखरी मिलीं, जिसे लेकर आरजेडी ने निर्वाचन आयोग के खिलाफ हल्ला बोल दिया. जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से बताया गया कि ये मॉक पोल की पर्चियां थीं, जिनके निस्तारण में असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से लापरवाही बरती गई थी.

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समस्तीपुर सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में वीवीपैट पर्चियां सड़क पर फेंकी मिलीं जिसे लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए. (Photo: ITG)
समस्तीपुर सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में वीवीपैट पर्चियां सड़क पर फेंकी मिलीं जिसे लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए. (Photo: ITG)

बिहार के समस्तीपुर जिले में शनिवार को सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के केएसआर कॉलेज के पास सड़क किनारे भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां बिखरी हुई मिलीं. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इसे लेकर चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निर्वाचन आयोग की साख पर सवाल उठाया. आरजेडी ने X पर पोस्ट किया, 'समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी मिलीं. कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है?'

मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (ARO) को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. साथ ही, उनके खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. समस्तीपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी (जिलाधिकारी) को घटनास्थल पर जाकर जांच करने और रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है. निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक बयान जारी करके स्पष्ट किया है कि ये VVPAT पर्चियां मॉक पोल के दौरान उपयोग की गई थीं, जिन्हें निस्तारित करने में एआरओ द्वारा लापरवाही बरती गई. इससे वास्तविक मतदान प्रक्रिया की अखंडता पर कोई असर नहीं पड़ा है. सभी उम्मीदवारों को DM द्वारा इसकी सूचना दे दी गई है. 

बिहार विधानसभा चुनाव में 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान हुआ था. सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में भी पहले चरण में वोट डाले गए थे. वास्तविक वोटिंग से पहले हर बूथ पर मॉक पोल होता है, ताकि ईवीएम और वीवीपैट ठीक से काम कर रहे हैं इसकी जांच हो सके और चुनाव कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा सके. वोटिंग के दो दिन बाद शीतलपट्टी गांव में वीवीपैट से निकली पर्चियां कूड़े में पाई गईं. इसे लेकर महागठबंधन में शामिल दल निर्वाचन आयोग पर सवाल खड़े कर रहे हैं हैं. विवाद बढ़ता देख समस्तीपुर के डीएम रोशन कुशवाहा और एसपी अरविंद प्रताप सिंह  मौके पर पहुंचे और विपक्षी दलों को मामले की जांच की बात कही.

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समस्तीपुर के डीएम रोशन कुशवाहा ने आजतक को बताया कि VVPAT की पर्चियां सड़क के किनारे बिखरी मिली हैं. मैं और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे थे. जांच में पाया गया है मॉक पोल के बाद अधिक पर्ची काट दी गई थी, लेकिन कुछ पर्चियां बिना शेडिंग किये हुए पाई गई हैं. ईवीएम नंबर से जिम्मेदार मतदान कर्मी का पता चल जाएगा. उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सरायरंजन सीट पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी मौके पर आए थे. उन्हें हमने सूचित किया कि ये मॉक पोल के समय निकली पर्चियां हैं, जिनके निस्तारण में लापरवाही बरती गई है. असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.

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