बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन को एक और सहयोगी मिला है. इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आईपी गुप्ता ने शनिवार को राजद नेता तेजस्वी यादव से पटना में मुलाकात की और महागठबंधन में शामिल होने की घोषणा की. यह कदम महागठबंधन के लिए पान समाज के वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो बिहार की कुछ सीटों पर निर्णायक भूमिका निभा सकता है.
आईपी गुप्ता, जो पान (बारी) समाज से आते हैं, उन्होंने तेजस्वी यादव के साथ मुलाकात में सीट बंटवारे और चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, इंडियन इंक्लूसिव पार्टी को महागठबंधन में एक या दो सीटें मिल सकती हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पान समाज की अच्छी-खासी आबादी है, जैसे मिथिलांचल और कोसी. आईपी गुप्ता ने कहा, 'हमारा लक्ष्य सामाजिक न्याय और समावेशी विकास है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन बिहार को नई दिशा देगा. हम नीतीश कुमार के कुशासन का अंत करने के लिए एकजुट हैं.'
पान समाज का बिहार में 2-3% वोटर बेस
पान समाज बिहार में लगभग 2-3% वोटर आधार रखता है और कुछ विधानसभा क्षेत्रों में प्रभावशाली है. आईपी गुप्ता की एंट्री से महागठबंधन को इस समुदाय का समर्थन मिलने की उम्मीद है, जो राजद, कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन को और मजबूती देगा. तेजस्वी ने मुलाकात कहा, 'आईपी गुप्ता जी का स्वागत है. महागठबंधन सभी वर्गों के लिए लड़ रहा है. हम मिलकर बिहार में बदलाव लाएंगे.' आईपी गुप्ता ने कुछ महीने पहले पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन की थी, जिसमें हजारों समर्थकों ने हिस्सा लिया था.
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इस रैली में उन्होंने बिहार में पान समुदाय के लिए अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने की मांग को जोर-शोर से उठाया था. आईपी गुप्ता पहले कांग्रेस में रह चुके हैं. उन्होंने अप्रैल 2025 में अलग पार्टी बनाई थी. आईपी गुप्ता तांती-ततवा समाज की आवाज उठाते हैं, जो बिहार में लगभग 2-3% वोटर आधार रखता है. बिहार सरकार ने 1 जुलाई 2015 को तांती-ततवा समुदाय को अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) से हटाकर अनुसूचित जाति (SC) में शामिल किया था. इस फैसले से इन समुदायों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ मिलने लगा.
तांती-ततवा समाज की आवाज है आईआईपी
हालांकि, 17 जुलाई 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इस निर्णय को रद्द कर दिया, जिसके बाद तांती-ततवा समाज फिर से ईबीसी श्रेणी में आ गया. इस फैसले के खिलाफ आईपी गुप्ता ने आंदोलन तेज किया और तांती-ततवा समाज के लिए अनुसूचित जाति का दर्जा बहाल करने की मांग उठा रहे हैं. बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए 6 और 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे.