Mallikarjun Kharge EXCLUSIVE Interview on Bihar election 2025: बिहार के सियासी रण में पहले चरण का मतदान खत्म हो चुका है और अब दूसरे चरण के चुनाव की तैयारी जोरों पर है. इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार प्रचार में व्यस्त हैं. इस बीच आज तक से खास बातचीत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, और एनडीए पर तीखा हमला बोला है.
खड़गे ने कहा कि “यह चुनाव काटे की टक्कर वाला है, और इस बार महागठबंधन पूरी मजबूती से लड़ रहा है.” उन्होंने राहुल गांधी के “वोट चोरी” वाले बयान का भी समर्थन किया और कहा कि “अगर बीजेपी जीतती है, तो वो फ्रॉड करके जीतती है.”
आइए तो फिर जानते हैं कि आजतक से ख़ास बातचीत के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे से क्या-क्या बातचीत हुई.
सवाल: बिहार के पहले चरण के मतदान के बाद क्या आपको लगता है कि महागठबंधन कहां खड़ा है?
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
जवाब: प्रधानमंत्री मोदी हमेशा कहते हैं कि एनडीए की लहर है, लेकिन ये सिर्फ उनका एक्साग्रेशन है. इस बार टक्कर काटे की है. कांग्रेस और गठबंधन मजबूती से लड़ रहे हैं. ग्राउंड रिपोर्ट साफ कहती है कि गठबंधन को जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है.
सवाल: प्रधानमंत्री लगातार “जंगलराज” का मुद्दा उठा रहे हैं. आपको क्या लगता है, ये असर करेगा?
जवाब: उन्होंने ये बात हर चुनाव में कही - पार्लियामेंट इलेक्शन में भी, नीतीश के साथ रहते हुए भी. ये उनका पुराना तरीका है. वही प्रधानमंत्री मोदी पहले नीतीश को “बिगड़ा हुआ बच्चा” कहते थे और आज उनकी तारीफ कर रहे हैं. बीजेपी और जेडीयू में अंदरूनी मतभेद साफ हैं.
यह भी पढ़ें: अबकी बार, 122 पर वॉर! नीतीश, तेजस्वी और औवेसी... दूसरे फेज की वोटिंग में किसका क्या दांव पर?
सवाल: तो क्या आपको लगता है कि नीतीश कुमार बीजेपी के लिए मजबूरी हैं?
जवाब: बिल्कुल. बीजेपी और जेडीयू में दिल से एकजुटता नहीं है. वे केवल सत्ता के लिए साथ हैं. चुनाव के बाद बीजेपी नीतीश को किनारे कर देगी, ये तय है.
सवाल: अमित शाह ने कहा कि “सीएम की कोई वेकेंसी नहीं है” - इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब: वही तो बात है. अगर सब तय है, तो घोषणा क्यों नहीं करते? इसके उलट, हमने साफ कहा है कि तेजस्वी यादव हमारे गठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार होंगे. कांग्रेस पर “कट्टा रखकर निर्णय” करवाने का आरोप बेबुनियाद है.
सवाल: राहुल गांधी ने कहा है कि बिहार में वोट चोरी हो रही है. क्या आपको लगता है कि ये बड़ा मुद्दा बनेगा?
जवाब: बिल्कुल. राहुल गांधी जो बोलते हैं, वो आंकड़ों के साथ बोलते हैं. उन्होंने दिखाया है कि फर्जी वोटिंग कैसे हो रही है. चुनाव आयोग को इस पर काम करना चाहिए, लेकिन वो उल्टा राहुल जी को ही चुनौती दे रहा है. चुनाव शांति से होना एक बात है, लेकिन अगर धोखाधड़ी से जीतते हैं, तो वो अलग बात है.
सवाल: लेकिन तेजस्वी यादव मंच से वोट चोरी की बात नहीं कर रहे. ऐसा क्यों?
जवाब: हर नेता अलग मुद्दा उठाता है. राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी, महंगाई और वोट चोरी की बात की है. तेजस्वी यहां के स्थानीय मुद्दे - रोजगार, पलायन, महिलाओं की समस्या - उठा रहे हैं. लेकिन दोनों का मकसद एक ही है: जनता की आवाज़ को बुलंद करना.
सवाल: क्या अति पिछड़ा और महादलित वोटर महागठबंधन की ओर आ रहा है?
जवाब: हमें भरोसा हैय हमने हमेशा पिछड़ों, दलितों और महिलाओं के अधिकारों की बात की है. ये लोग संविधान और लोकतंत्र के पक्ष में हैं. नीतीश जी का दावा कि ये वोट बैंक उनके साथ है - अब वैसा नहीं है. जनता बदलाव चाहती है.
सवाल: बीजेपी सरकार महिलाओं को 10,000 रुपये दे रही है, और तेजस्वी ने 30,000 रुपये सालाना देने का ऐलान किया है. क्या ये “रिश्वत” की राजनीति नहीं?
जवाब: प्रधानमंत्री मोदी की सरकार 20 साल से सत्ता में है, तब क्यों नहीं किया? अब चुनाव के वक्त दे रहे हैं तो इसे चुनावी चाल ही कहा जाएगा. हमारी योजना मैनिफेस्टो में दर्ज है, और हम इसे हर राज्य में लागू कर रहे हैं - जैसे कर्नाटक और तेलंगाना में किया.
यह भी पढ़ें: 'आप वहां मौजूद थे क्या?', PM मोदी के 'कट्टा' वाले बयान पर मल्लिकार्जुन खड़गे का पलटवार
सवाल: गिरिराज सिंह का बयान आया कि “बुर्का उठाकर देखना पड़ेगा.” आप इसे कैसे देखते हैं?
जवाब: ये बेहद शर्मनाक और भद्दी भाषा है. एक केंद्रीय मंत्री को ऐसी बातें शोभा नहीं देतीं. हिंदू धर्म में भी घूंघट उठाना असम्मानजनक माना जाता है. इस तरह की बातें केवल ध्रुवीकरण की कोशिश हैं.
सवाल: क्या आपको लगता है कि इस बार महागठबंधन सत्ता में आ सकता है?
जवाब: निश्चित तौर पर. जनता बदलाव चाहती है. हमने मुद्दों पर लड़ाई लड़ी है - महंगाई, बेरोजगारी, महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य. प्रधानमंत्री मोदी डर फैलाकर राजनीति कर रहे हैं, लेकिन जनता अब समझदार है. बिहार ने हमेशा सच और संविधान के पक्ष में खड़ा होकर इतिहास लिखा है. इस बार भी वही होगा.