तेज प्रताप यादव और बीजेपी सांसद रवि किशन को पटना एयरपोर्ट पर एक साथ देखे जाने के बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि जनशक्ति जनता दल के संस्थापक की बीजेपी खेमे से नजदीकियां बढ़ती जा रही हैं. साथ ही इस मुलाकात के बाद बिहार में नए राजनीतिक समीकरणों को लेकर भी तेज तेज हो गई है.
बताया जा रहा है कि दोनों नेता अपने-अपने चुनाव प्रचार के बाद पटना एयरपोर्ट पहुंचे थे. जैसे ही दोनों बाहर निकले तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया.
'मैं उनसे पहली बार मिल रहा हूं'
पत्रकारों से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने कहा, 'मैं रवि किशन से पहली बार मिल रहा हूं. हम दोनों भगवान शिव के भक्त हैं और दोनों के माथे पर त्रिपुंड है, बस यही समानता है.'
बीजेपी का साथ देने के सवाल का सीधा जवाब देते हुए तेज प्रताप ने कहा, 'नहीं. उन्होंने सिर्फ इतना कहा, 'मैं किसी के भी साथ रहूंगा जो बेरोजगारी दूर करे.'
जब उनसे फिर से कुछ वरिष्ठ भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही प्रशंसा के बारे में पूछा गया तो किशन ने कहा,'ये उनका दिल है जो लोगों की प्रशंसा अर्जित कर रहा है.'
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'कुछ भी हो सकता है'
उधर जब रवि किशन से पूछा गया कि क्या कुछ संभव है तो उन्होंने कहा, 'कुछ भी हो सकता है. बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोलेनाथ के सभी भक्तों के लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं जो निस्वार्थ सेवा करते हैं, किसी निजी एजेंडे के कारण राजनीति में नहीं हैं.'
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या आरजेडी सुप्रीमो के बड़े बेटे के साथ अन्याय हुआ है तो किशन ने रक्षात्मक अंदाज अपनाते हुए कहा, अब ऐसे सवाल मत पूछिए. चुनाव का समय है, लेकिन बिहार की जनता सही-गलत पहचानने में समझदार है. दोनों नेताओं की ये अनौपचारिक मुलाकात बिहार की सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है.
आपको बता दें कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से 121 सीटों पर पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान हो चुका है. अब 11 नवंबर को दूसरे चरण में 122 सीटों पर वोटिंग होगी और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.