बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार के आखिरी दिन लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने मंदिरों का दौरा किया और अपनी राजनीतिक रणनीति, पारिवारिक रिश्तों और निजी जीवन पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि इस बार एनडीए 200 से ज्यादा सीटें जीतेगा और वह खुद 2010 का रिकॉर्ड तोड़ देंगे.
चिराग ने कहा, 'मैं एक आशावादी और धार्मिक व्यक्ति हूं. मेरा स्ट्राइक रेट पहले लगभग 100 प्रतिशत रहा है और उम्मीद है इस बार भी वैसा ही रहेगा.' उन्होंने कहा, 'मैं अपने पिता रामविलास पासवान से अलग बहुत आस्तिक हूं. पापा नास्तिक थे, लेकिन मैं भगवान में गहरा विश्वास रखता हूं. मेरे माथे पर लंबा टीका, हाथों में कलावा और अंगूठियां इसी आस्था की निशानी हैं. जिंदगी में जो कुछ हुआ, उसने मुझे और ज्यादा धार्मिक बना दिया.'
'शादी के लिए अभी वक्त नहीं'
परिवार में चल रही कलह और चाचा पशुपति पारस से टूटे रिश्ते पर उन्होंने कहा कि अब वह रिश्ता कभी नहीं जुड़ पाएगा. शादी के सवाल पर उन्होंने कहा, 'शादी अभी दूर-दूर तक नहीं है. अभी मुझे बहुत कुछ करना है. परिवार की जिम्मेदारी है, पार्टी की जिम्मेदारी है, बिहार की जिम्मेदारी है. व्यक्तिगत जीवन के लिए अब समय नहीं बचा है.'
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पुराने मतभेदों पर उन्होंने कहा, 'पिछले चुनाव की खटास अब खत्म हो चुकी है. दोनों तरफ से प्रयास हुए और जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेरे घर आए, तो सब कुछ साफ हो गया. मैंने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया.'
'नेतृत्व नीतीश का ही रहेगा'
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि एनडीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई असमंजस नहीं है. नीतीश कुमार ही हमारे अगले मुख्यमंत्री होंगे. गृह मंत्री अमित शाह ने मर्यादा का पालन करते हुए कहा है कि सब दल मिलकर तय करेंगे, लेकिन यह साफ है कि नेतृत्व नीतीश कुमार का ही रहेगा.'
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए चिराग ने कहा, 'मुझे समझ नहीं आता कि उनकी जोड़ी को मजबूत क्यों कहा जा रहा है. राहुल गांधी बिहार में एक बार आए और फिर दिखे ही नहीं. उनके गठबंधन में एकता नहीं है, वे फ्रेंडली फाइट कर रहे हैं.'
2030 में बनेंगे CM फेस?
2030 के विधानसभा चुनाव को लेकर चिराग ने कहा कि वह मजबूती से मैदान में उतरेंगे. उन्होंने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर आऊंगा या नहीं, ये 2029 में तय करूंगा.' उन्होंने यह भी साफ किया कि इस चुनाव के बाद वह उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्र में काम करते रहेंगे.