स्विट्जरलैंड के दावोस शहर में विश्व आर्थिक मंच की शीतकालीन बैठक आयोजित होने जा रही है, जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे. दावोस आर्थिक जगत में अहम शहर होने के साथ ही एक खूबसूरत शहर भी है. आइए तस्वीरों में देखते हैं कैसा दिखता है ये शहर और इससे जुड़ी कई अहम बातें...
इस शहर में दुनिया भर से हजारों लोग जुटेंगे, जिसमें डब्ल्यूटीओ, आईएमएफ और विश्व बैंक सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 38 प्रमुख, कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और विभिन्न देशों की 2,000 कंपनियों के सीईओ भी यहां मौजूद रहेंगे.
दावोस लैंड वासर नदी के तट पर बसा हुआ बेहद खूबसूरत शहर है, जहां हर तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई देती है. शहर का पारा माइनस में रहता है और यह शहर दोनों ओर स्विस आल्प्स पर्वत की प्लेसूर और अल्बूला श्रृंखला से घिरा हुआ है.
दावोस समुद्री तल से 1,560 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कहा जाता है कि यह यूरोप का सबसे ऊंचा शहर है और स्वर्ग जाने से पहले आखिरी शहर है.
दावोस की जनसंख्या भी ज्यादा नहीं है, यहां सिर्फ 11 हजार लोग ही रहते हैं. हालांकि ट्रेवल डेस्टिनेशन होने की वजह से यहां 28 हजार गेस्ट बेड हैं, क्योंकि यहां अधिक मात्रा में लोग घूमने आते हैं.
दावोस एक ट्यूरिस्ट सिटी होने के साथ ही रिजनल सेंटर भी है.
2014 के अनुसार यहां 8853 लोग मुंशेपिलिटी में काम करते हैं और अन्य लोग अलग-अलग बिजनेस में काम करते हैं.
यहां 34.6 फीसदी रोमन कैथलिक के साथ स्विस रिफॉर्म्ड चर्च के हैं. वहीं अन्य लोगों में मुस्लिम, यहूदी, ऑर्थोडॉक्स चर्च के लोग शामिल हैं.
दावोस ट्यूरिस्ट डेस्टीनेशन के साथ ही आईस हॉकी के लिए भी फेमस है. इस शहर की टीम स्विट्जरलैंड में टॉप टीमों में से एक है. इस टीम ने 30 से ज्यादा बार स्विस लीग में जीत हासिल की है.
इस शहर में ही विश्व आर्थिक मंच की बैठक का आयोजन होता है. साथ ही यहां क्रिस्टल अवार्ड भी दिया जाता है.