आप रोजाना कई लोगों से मिलते होंगे, कई लोगों को देखकर आपको ये ख्याल भी आता होगा कि सामने वाले व्यक्ति को बहुत नॉलेज है और उसे हर चीज के बारे में पता होता है. वहीं, खुद भी ऐसे लोगों को लगता है कि इन्हें सब पता है, इसलिए ये दूसरों से ज्यादा स्मार्ट हैं. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि स्मार्ट लोग वो नहीं होते हैं जिन्हें लगता है कि उन्हें सब पता है. लेकिन स्मार्ट लोग वो हैं, जो अपनी कमियों पर भी काम करते हैं. आज हम आपको 5 ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको दूसरों से ज्यादा स्मार्ट बनाती है. अगर आपमें ये 5 आदते हैं तो आप दूसरों से ज्यादा स्मार्ट हैं.
आपको लगता है कि बहुत सी चीजें हैं जिसके बारे में आपको पता नहीं है: स्मार्ट लोगों की आदत होती है कि उन्हें कभी ये नहीं लगता है कि उन्हें सबकुछ आता है. वो हमेशा सीखने की चाह रखते हैं. जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी एंड सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, कुछ छात्रों ने एक टेस्ट दिया, जिसमें LSAT परीक्षा में पूछे जाने वाले सवाल पूछे गए. टेस्ट के बाद, इन छात्रों ने अपने-अपने नंबरों का आकलन किया. जिन छात्रों को लगा था कि उनके ज्यादा नंबर आएंगे, उनके नबंर रिजल्ट में कम आए. लेकिन जिन छात्रों ने ये कहा कि उनके नंबर कम आएंगे, उनके नंबर ज्यादा आए.
आपको चीजों को लेकर जिज्ञासा रहती है: जर्नल ऑफ इंडिविजुअल डिफरेंसेस द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों ने IQ परीक्षणों में ज्यादा स्कोर किया, वे अधिक जिज्ञासु थे और नए विचारों के लिए खुले थे. स्मार्ट लोग न केवल रोजमर्रा की चीजों के बारे में जिज्ञासु होते हैं बल्कि जीवन और ब्रह्मांड के अर्थ जैसे दार्शनिक विषयों के बारे में भी जानने की चाह रखते हैं.
आपमें बहुत सेल्फ कंट्रोल है: अगर आपका खुद पर कंट्रोल है तो आप अपने आपको स्मार्ट कह सकते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि आपके पास अपने सभी विकल्पों को तौलते हैं और आप आवेगी निर्णय नहीं लेते हैं तो आप वाकई एक स्मार्ट व्यक्ति हैं.
खुले विचारों के व्यक्ति हैं: पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार, बुद्धिमान लोग दूसरों के विचारों को भी समझते हैं. स्मार्ट लोग हर चीज के दूसरे पहलुओं पर भी ध्यान देते हैं. उन्हें ऐसा नहीं लगता कि केवल वही सही हैं, बाकी लोग गलत. ऐसे लोग दूसरों के विचारों का स्वागत करते हैं और उसे समझकर नई चीजों को सीखने की इच्छा रखते हैं.
आप अपनी कंपनी एंजॉय करते हैं: ब्रिटिश जर्नल ऑफ साइकोलॉजी के अनुसार, जो लोग अकेले रहने में अधिक संतुष्ट होते हैं. वहीं, यदि आप स्वयं से बात करते हैं, तो यह भी स्मार्ट होने की निशानी है.