UPSC DAF Form 1 Before Mains 2025: हर साल की तरह इस साल भी लाखों उम्मीदवारों ने UPSC प्रीलिम्स की परीक्षा दी थी, जिसमें से 14161 कैंडिडेट्स पास हुए हैं. अब अगले पड़ाव में कैंडिडेट्स को UPSC Mains की परीक्षा देनी होगी, लेकिन इससे पहले और सबसे जरूरी काम है DAF फॉर्म भरना है. यह फॉर्म यूपीएससी द्वारा भरवाया जाता है, एक बार मेन्स से पहले और दसरी बार इंटरव्यू से पहले.
फिलहाल प्रीलिम्स परीक्षा का परिणाम जारी किया है, इसके बाद 22 अगस्त को मेन्सकी परीक्षा होगी और 17 जून, 2025 को यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2025 के लिए विस्तृत आवेदन पत्र (डीएएफ) जारी करेगा, जिसे कैंडिडेट्स को भरकर जमा करना होगा. ये फॉर्म क्या होता है, कैसे भरना है और कहां जमा करना है. आइए इसके बारे में डिटेल जानकारी लेते हैं.
क्या होता है DAF फॉर्म?
विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) UPSC CSE परीक्षा में बेहद जरूरी डॉक्यूमेंट माना जाता है. यह फॉर्म सामने वाले को बताते हैं कि कैंडिडेट के पास कितनी योग्यता है. इसमें व्यक्तिगत विवरण, शैक्षिक योग्यता, कार्य अनुभव, सेवाओं और कैडर के लिए सभी जानकारी शामिल होती हैं. इंटरव्यू के दौरान दो बार भरे गए डीएएफ फॉर्म के आधार पर ही कैंडिडेट्स से सवाल किए जाते हैं. इसलिए मेन्स से पहले भरे जाने वाला डीएएफ फॉर्म भी उतना ही जरूरी होता है जितना इंटरव्यू से पहले भरे जाना वाला डीएएफ फॉर्म.
इसमें आपने जो जानकारी भरी होती है, उसी के आधार पर आपसे इंटरव्यू में सवाल पूछे जाते हैं. इसलिए इसे ध्यान से और सही तरीके से भरना बहुत जरूरी है. कई बार उम्मीदवार कुछ आम गलतियाँ कर देते हैं जैसे – गलत जानकारी भरना, कुछ हिस्से खाली छोड़ देना, साफ-साफ न लिखना या फिर दिए गए नियमों को न मानना. इनसे बचना बहुत ज़रूरी है क्योंकि इससे इंटरव्यू पर असर पड़ सकता है.
डीएएफ आपको अपने बारे में अच्छे से बताने का एक मौका देता है, इसलिए इसे सोच-समझकर भरें. अगर आप इसे सही और सच्ची जानकारी के साथ भरते हैं, तो इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं और सफलता की संभावना बढ़ जाती है.
UPSC DAF फॉर्म कैसे भरना होता है?
Step 1- नोटिफिकेशन जारी होने के बाद, DAF फॉर्म भरने के लिए सबसे पहले UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upscoline.nic.in पर जाएं.
Step 2- इसके बाद DAF-I लिंक पर क्लिक करें.
Step 3- अब पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करें.
Step 4- DAF-I को ध्यान से भरें, क्योंकि व्यक्तित्व परीक्षण के दौरान प्रश्न इसी पर आधारित होंगे