CBSE New Rule: सीबीएसई ने 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए मैथ्स पढ़ने के नियम में बदलाव किया है. यह उन सभी छात्रों के लिए बड़ी राहत और अच्छी खबर है जो आगे मेडिकल या इंजीनियरिंग में करियर बनाना चाहते हैं. अब 10वीं में बेसिक मैथ्स पढ़ने वाले छात्र भी 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स (Mathematics-041) चुन सकेंगे.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी कर 11वीं में मैथ्स पढ़ने के नियम की जानकारी दी है. इस फैसले से उन छात्रों को फायदा होगा जो 10वीं में बेसिक मैथ्स पढ़कर भी 11वीं में गणित को गहराई से पढ़ना चाहते हैं.
क्या है नया नियम?
सीबीएसई ने अपने ताजा नोटिफिकेशन में कहा है कि जो छात्र 10वीं में बेसिक मैथ्स (241) पढ़े हैं, वे अब 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स (041) चुन सकते हैं. पहले यह सुविधा केवल उन छात्रों के लिए थी जो 10वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स पढ़े थे, क्योंकि यह कोर्स उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया था जो 12वीं में भी गणित जारी रखना चाहते थे. लेकिन अब बोर्ड ने नियमों में ढील दी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को गणित पढ़ने का मौका मिले.
हालांकि, स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि बेसिक मैथ्स से स्टैंडर्ड मैथ्स चुनने वाले छात्रों में इस विषय को पढ़ने की योग्यता और रुचि हो. स्कूल के प्रिंसिपल को इसकी जिम्मेदारी दी गई है कि वे छात्र की क्षमता का आकलन करें.
सीबीएसई का नोटिफिकेशन यहां देखें -
मैथ्स पढ़ने को लेकर पहले क्या नियम था?
पिछले कुछ सालों में सीबीएसई ने कोविड महामारी और अन्य कारणों से नियमों में थोड़ी छूट दी थी, जिसके तहत बेसिक मैथ्स वाले छात्रों को 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स चुनने की अनुमति दी गई थी. लेकिन यह छूट अस्थायी थी. अब 2025-26 सत्र से इसे स्थायी रूप से लागू कर दिया गया है. इस बदलाव का मकसद उन छात्रों को मौका देना है जो 10वीं में बेसिक मैथ्स चुनने के बाद भी उच्च शिक्षा में गणित के साथ करियर बनाना चाहते हैं, जैसे इंजीनियरिंग या साइंस स्ट्रीम में.
छात्रों और अभिभावकों के लिए क्या है मायने?
यह फैसला उन छात्रों के लिए वरदान है जो 10वीं में बेसिक मैथ्स इसलिए चुने थे क्योंकि उन्हें स्टैंडर्ड मैथ्स मुश्किल लगता था, लेकिन अब वे गणित में रुचि रखते हैं. उदाहरण के लिए, अगर कोई छात्र इंजीनियरिंग, डेटा साइंस या अन्य गणित आधारित करियर में जाना चाहता है, तो यह नियम उनके लिए रास्ता आसान करेगा.
लेकिन सीबीएसई ने यह भी साफ किया है कि एक बार 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स चुनने के बाद इसे बदलना मुश्किल होगा. इसलिए छात्रों और अभिभावकों को सावधानी से फैसला लेना होगा. स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे छात्रों की मैथ्स एबिलिटी का टेस्ट या काउंसलिंग के जरिए यह सुनिश्चित करें कि वे इस विषय को पढ़ने के लिए तैयार हैं.
स्टैंडर्ड मैथ्स चुनने के लिए क्या करें?
अगर आप 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स चुनना चाहते हैं, तो अपने स्कूल के प्रिंसिपल या गणित शिक्षक से संपर्क करें. वे आपकी गणितीय क्षमता का आकलन करेंगे और सही दिशा-निर्देश देंगे. सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट (cbse.gov.in) पर जाकर भी आप ताजा नोटिफिकेशन और सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं.