विशाखापट्टनम में ट्रैफिक जाम की वजह से कुछ स्टूडेंट जेईई एग्जाम (JEE Main 2025 Session 2 Exam) में हिस्सा नहीं ले पाए. आरोप है कि आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के काफिले की वजह से लगे जाम के कारण करीब 20 स्टूडेंट परीक्षा केंद्र पर समय से नहीं पहुंच पाए. अब खुद उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
यह घटना विशाखापट्टनम के पेंडुर्थी में अयान डिजिटल परीक्षा केंद्र के पास हुई थी. परीक्षा केंद्र पर समय से नहीं पहुंचने के बाद करीब 23 छात्रों के माता-पिता परीक्षा केंद्र के बाहर एकत्र हुए और इसका विरोध किया.
पेरेंट्स का कहना है, 'हमारे बच्चे महीनों से इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे किसी कारण की वजह से परीक्षा से बाहर होना दिल तोड़ने वाला है.' हालांकि, पुलिस की ओर से काफिले के कारण लगे जाम से जुड़े दावों को खारिज किया गया है. विशाखापट्टनम सिटी पुलिस (वीसीपी) ने इन दावों को खारिज करते हुए एक विस्तृत स्पष्टीकरण जारी किया.
वीसीपी के अनुसार, परीक्षा दिशानिर्देशों के अनुसार छात्रों को सुबह 7 बजे तक रिपोर्ट करना था, जबकि गेट सुबह 8 बजे सख्ती से बंद हो जाते हैं. पुलिस ने पुष्टि की है कि उपमुख्यमंत्री का काफिला सुबह 8.41 बजे उस इलाके से गुजरा था यानी गेट बंद होने के काफी बाद. बयान में कहा गया है, 'इसलिए, यह स्पष्ट है कि माननीय उपमुख्यमंत्री का उस इलाके से गुजरना छात्रों के देर से पहुंचने से जुड़ा नहीं हो सकता.'
वहीं, पुलिस की ओर से ये भी बताया गया है कि सोमवार की परीक्षा में अनुपस्थित रहने वालों (देर से आने वालों सहित) की संख्या 61 थी. ये पिछले दिनों की तुलना में कम हैं, जब 81, 65 और 76 अनुपस्थित थे. इसके अलावा, वीसीपी ने कहा कि सुबह 8.30 बजे से पहले बीआरटीएस रोड या आस-पास की सर्विस रोड पर कोई ट्रैफिक नहीं रोका गया था और स्टूडेंट्स के लिए ऐसा बिल्कुल नहीं किया गया था.
इस घटना को लेकर उप मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है, 'उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके दौरों के दौरान लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. हम लगातार अधिकारियों को बताते हैं कि यातायात व्यवधानों को कम से कम रखा जाए और इसी प्रोटोकॉल का पालन इस दौरे के दौरान भी किया गया.
उपमुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि लोगों को उनके दौरे के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना चाहिए. हमने अधिकारियों को लगातार यातायात व्यवधान को कम करने के लिए कहा है, और इस यात्रा के दौरान भी उसी प्रोटोकॉल का पालन किया गया. उपमुख्यमंत्री ने विशाखापट्टनम पुलिस को यह जांच करने का निर्देश दिया कि काफिले ने कितनी देर तक यातायात को बाधित किया, छात्रों के मार्गों पर यातायात की स्थिति क्या थी और क्या किसी यातायात नियंत्रण उपाय से परीक्षा केंद्र तक पहुंच प्रभावित हुई.