सेफ्टी पिन, रोजमर्रा के अनगिनत कामों में इस्तेमाल होता है. फिर भी हमारा इस ओर कभी ध्यान नहीं गया होगा कि आखिर किसने और क्यों इसे बनाया होगा. हर छोटे बड़े काम में इस्तेमाल की जाने वाली सेफ्टी पिन भी एक आविष्कार है. इसे काफी कम पैसों में इसके आविष्कारक ने पेटेंट कराया था. इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है.
29 जुलाई 1796 को न्यूयॉर्क के मार्टिंसबर्ग में जन्मे वाल्टर हंट एक मैकेनिक थे. उन्हें एक बार उन्होंने किसी से 15 डॉलर का कर्ज लिया था. तब उनके मन में विचार आया कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे उन्हें कुछ पैसे मिल जाए और उनका कर्ज भी चुकता हो जाए.
कुछ नया और आसान चीज बनाने की ठानी
उन्होंने कुछ ऐसा बनाने की ठानी, जो सस्ता हो और काफी उपयोगी भी हो. उन्होंने धातु के तार के एक टुकड़े को मोड़कर उसे "ड्रेस पिन" में बदल दिया, जिसके एक सिरे पर एक स्प्रिंग थी जो दूसरे सिरे को एक क्लैस्प में बांध देती थी. इस तरह 10 अप्रैल, 1849 को वाल्टर हंट ने सेफ्टी पिन जैसी छोटी लेकिन काम की चीज का आविष्कार किया.
सिर्फ 400 डॉलर में बेच दिया राइट
हंट ने अपने इस आविष्कार का पेटेंट कराकर इसके राइट सिर्फ 400 डॉलर में बेच दिया था. हंट के आविष्कार, जिसे यूएस पेटेंट नंबर 6281 मिला, उसके अनगिनत रोज़मर्रा के उपयोग हैं, जिसमें कपड़े और डायपर बांधना भी शामिल है.
नया नहीं था ये आविष्कार
हंट का आविष्कार पूरी तरह से नया नहीं था, क्योंकि प्राचीन रोम के लोग गहनों के लिए कुछ इसी तरह का इस्तेमाल करते थे. उनका आविष्कार सिर्फ एक सुधार था.सेफ्टी पिन का एक और संस्करण 1842 में सामने आया, लेकिन इसमें आज के पिन के विपरीत कोई स्प्रिंग नहीं थी.
हंट ने कई छोटी और उपयोगी चीजें बनाई
हंट ने जीवन में कई सफलताएं हासिल की और कई वस्तुओं का आविष्कार किया. इसमें एक रिपीटिंग राइफल, एक फ्लैक्स स्पिनर, एक फाउंटेन पेन, एक चाकू शार्पनर, एक आइस प्लो और एक नुकीली सुई के साथ दुनिया की पहली सिलाई मशीनों में से एक शामिल है. हंट की सिलाई मशीन ने एक अन्य आविष्कारक, एलियास होवे के साथ पेटेंट विवाद को जन्म दिया था. हंट की मृत्यु 8 जून, 1859 को 63 वर्ष की आयु में हुई.