तेज रफ्तार से चलने वाली कारों को पर नियंत्रण रखने वाले ट्रैफिक नियमों के लागू होने से दशकों पहले एक घोड़ागाड़ी चलाने वाले को सिर्फ तेज गति के कारण गिरफ्तार किया गया था. यह शायद इतिहास की वो पहली घटना थी, सड़क पर दौड़ने वाली किसी गाड़ी का तेज रफ्तार के कारण चलान कटा हो और चालक को सजा दी गई हो.
यह घटना 9 अप्रैल 1866 की है. जब वाशिंगटन डीसी की सड़क पर तेज गति से घोड़ा गाड़ी चलाने वाले एक सैन्य अफसर को गिरफ्तार किया गया था. डीसी के 19वीं सदी के अखबार के अनुसार, दो पुलिस अधिकारियों ने अमेरिकी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल यूलिसिस एस. ग्रांट को तेज रफ्तार से घोड़ा गाड़ी चलाने की वजह से गिरफ्तार कर लिया था.
उस वक्त के अखबारों की सुर्खियां बनी थी ये घटना
उस वक्त के एक अखबार डेली रिचमंड व्हिग में ये खबर छपी थी. उस अखबार की रिपोर्ट के अनुसार दो पुलिस अधिकारियों ने ग्रांट को 14वीं स्ट्रीट पर हिरासत में लिया था. वहां वह अपने घोड़ा गाड़ी को काफी तेज गति से घुमा रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार ग्रांट को इसके लिए जुर्माना भरने की पेशकश भी की गई थी.
उस वक्त कई बार इस घटना से जुड़ी फॉलोअप स्टोरी भी छापी गई थी
उस अखबार की रिपोर्ट को कई अन्य अखबारों में फिर से छापा गया. डेली रिचमंड ने अपने 11 अप्रैल के संस्करण में फिर से एक संपादकीय टिप्पणी जोड़ी कि जनरल ग्रांट ने कानून का उल्लंघन करने का एक बुरा उदाहरण पेश किया था. लेकिन उससे भी ज्यादा बदतर ये था कि ग्रांट पुलिस वालों की अनदेखी कर भाग निकले थे. बाद में उन्हें हिरासत में लिया गया था. उन्हें न्यायाधीश के सामने पेश किया गया और जुर्माना अदा करना पड़ा था.
उसी अफसर को दूसरी बार भी भरना पड़ा था जुर्माना
4 जुलाई, 1866 को रिचमंड डेली डिस्पैच ने नेशनल इंटेलिजेंसर के एक लेख को फिर से छापा, जिसमें बताया गया कि ग्रांट को दूसरी बार तेज गति से गाड़ी चलाने के लिए गिरफ्तार किया गया था. लेख में कहा गया कि इस घटना में ग्रांट ने सही तरीके से गिरफ्तारी दी और कहा कि यह एक चूक थी, और सेकंड प्रीसिंक्ट स्टेशन हाउस में जाकर अपना जुर्माना भरा.
ये घटना ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की शुरुआती घटनाओं में एक
2012 में, डीसी पुलिस प्रमुख कैथी लेनियर ने डब्ल्यूटीओपी को बताया था कि पुलिस विभाग ने 1800 के दशक में तीन बार तेज गति से वाहन चलाने के लिए ग्रांट को गिरफ्तार किया था. इस तरह ये घटना ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले शुरुआती उदाहरण थे. जब तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने पर जुर्माना लगा हो और चालक को गिरफ्तार किया गया हो.