गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेक-ऑफ के कुछ मिनटों बाद ही हादसे का शिकार हो गई. लंदन के लिए रवाना हुआ यह विमान अचानक अपना संतुलन खो बैठा और शहर के मेघाणीनगर इलाके में स्थित एक मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया. टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि पूरी इमारत हिल गई और मलबे में कई लोग दब गए.
इस भयावह हादसे में एक शख्स जीवित बच गया. लोगों ने उसे चमत्कारी रूप से बचा हुआ बताया. सोशल मीडिया पर उसे "भगवान का बंदा" कहा जा रहा है. ऐसे में एक नाम दोबारा याद किया जाने लगा फ्रेन सेलक का, यानी वो इंसान जिसे दुनिया का सबसे किस्मत वाला आदमी कहा जाता है.
फ्रेन सेलक की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है. उनका जीवन ऐसे हादसों से भरा रहा, जिनमें आमतौर पर कोई नहीं बचता. मगर हर बार, किसी न किसी चमत्कारिक ढंग से वह मौत को मात दे देते. उनका जीवन इस बात का जीता-जागता सबूत है कि अगर किस्मत मेहरबान हो, तो सबसे भयानक परिस्थितियां भी आपको छू नहीं सकतीं.
बस, ट्रेन, विमान, कार...चारों हादसों में मौत को छूकर वापस आए थे फ्रेन
फ्रेन का पहला हादसा 1957 में हुआ, जब वे बस में सफर कर रहे थे और वह बस अचानक फिसलकर नदी में जा गिरी. सभी यात्रियों में से कुछ ही लोग बचे और फ्रेन उनमें से एक थे. इसके बाद, एक ट्रेन हादसे में उनकी बोगी पटरी से उतर गई और सीधा नदी में जा गिरी, इस बार भी वे बच गए. इसके बाद उन्हें विमान यात्रा के दौरान एक और झटका लगा. प्लेन में तकनीकी खराबी के कारण दरवाज़ा खुल गया और वे हवा में गिर पड़े, लेकिन सौभाग्य से नीचे घास का ढेर था और उनकी जान बच गई. विमान में मौजूद बाकी लोग मारे गए थे.
दो बार कार विस्फोट में बचे
इतना ही नहीं, फ्रेन दो बार कार के विस्फोट से भी बाल-बाल बचे. एक बार इंजन में धमाका हुआ और कार धू-धू कर जल गई, मगर उन्होंने समय रहते बाहर कूदकर जान बचा ली. एक और बार उनकी कार का फ्यूल टैंक फटा और आग की लपटों ने पूरे वाहन को घेर लिया, लेकिन फ्रेन को खरोंच तक नहीं आई. एक बार वह पहाड़ी रास्ते पर थे, जब उनकी कार अनियंत्रित होकर खाई की ओर लुढ़क गई. उन्होंने चलती कार से छलांग लगा दी और एक पेड़ की टहनी ने उन्हें गिरने से बचा लिया.
एक मिलियन डॉलर की लॉट्री भी लगी
इन तमाम मौत के आमंत्रणों के बावजूद फ्रेन सेलक न सिर्फ ज़िंदा रहे, बल्कि अंत में उन्होंने एक चौंकाने वाला कारनामा भी कर दिखाया. उन्होंने लॉटरी में करीब 1 मिलियन डॉलर (लगभग 8.3 करोड़ रुपये) जीते, लेकिन उनके जीवन का सबसे खास पहलू यह रहा कि उन्होंने ये सारा पैसा आराम से जीने के बजाय जरूरतमंदों में बांट दिया. उन्होंने एक आलीशान घर जरूर खरीदा, मगर कुछ साल बाद बेच दिया और फिर अपनी पांचवीं पत्नी के साथ साधारण जीवन जीने लगे. उन्होंने लॉटरी की रकम का आखिरी हिस्सा अपने कूल्हे की सर्जरी और एक चर्च में ईश्वर को धन्यवाद कहने में खर्च किया.