NEET Counselling 2022: छत्तीसगढ़ नीट पीजी MBBS एडमिशन काउंसलिंग विवादों में घिर गई है. मेडिकल एडमिशन की काउंसलिंग में एक OBC छात्र को EWS कोटे की सीट अलॉट कर दी गई. जब छात्र कॉलेज एडमिशन लेने पहुंचा तब स्कूटनी कमेटी ने उसे अपात्र घोषित कर दिया. छात्र अब एडमिशन के लिए भटक रहा है. इसके साथ ही अब छात्र को पूरे साल के लिए काउंसलिंग में शामिल होने के लिए अपात्र घोषित कर दिया गया है.
गलत बोनस नंबर से बना टॉपर पर एडमिशन नहीं
पीजी काउंसलिंग में एक बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ जब काउंसलिंग कमेटी ने एक छात्र नीतीश को ज्यादा बोनस नंबर देकर टॉपर बना दिया था. इसमें भी अधिकारियों का दावा था कि गलती नीट की ओर से हुई है, जबकि छात्र का दावा था कि गलती सॉफ्टवेयर की थी. छात्र गलती से टॉपर जरूर बना लेकिन उसने न ही डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन कराया और ना ही कहीं एडमिशन लिया. छात्र को रेडियो डाइग्नोसिस जैसे महत्वपूर्ण सब्जेक्ट में एडमिशन मिला था.
पिछले वर्ष हुआ था सीट अपग्रेडेशन पर विवाद
पिछले वर्ष BDS अलॉटमेंट में एक छात्र का अपग्रेडेशन नहीं किया गया. इसके खिलाफ छात्र ने हाईकोर्ट की शरण ली और अदालत ने छात्र को एक सीट बढ़ाकर एडमिशन देने का आदेश दिया था. इसके बाद नेशनल मेडिकल एडमिशन से अनुमति मिलने के बाद छात्र को एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिया गया. वहां 150 के बजाय 151 एडमिशन हुए. इसी के चलते इस वर्ष वहां 149 सीटों पर ही एडमिशन हो रहा है.
(रायपुर से श्री प्रकाश तिवारी की रिपोर्ट)