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अमेरिका ने कैसे ईरान को गच्चा दिया? 125 फाइटर जेट, B2 बॉम्बर और 11 हजार KM दूर ऑपरेशन मिडनाइट हैमर की कहानी

ऑपरेशन मिडनाइट हैमर में अमेरिका ने 7 B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स, 14 GBU-57 MOP बम, 30+ टोमाहॉक मिसाइलें और 125 विमानों का इस्तेमाल कर ईरान के परमाणु ठिकानों पर सटीक हमले किए. डिकॉय, स्टील्थ तकनीक और न्यूनतम संचार की रणनीति ने ईरान को चकमा दिया. मैक्सार की तस्वीरों में फोर्डो पर 6 क्रेटर दिखे, लेकिन ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम बरकरार है.

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अमेरिका ने इसी B-2 स्टील्थ बॉम्बर से GBU-57 MOP बंकर बस्टर बम गिराकर ईरान के न्यूक्लियर सेंटर तबाह किए. (फाइल फोटोः USAF)
अमेरिका ने इसी B-2 स्टील्थ बॉम्बर से GBU-57 MOP बंकर बस्टर बम गिराकर ईरान के न्यूक्लियर सेंटर तबाह किए. (फाइल फोटोः USAF)

22 जून 2025 की सुबह दुनिया ने एक ऐतिहासिक सैन्य ऑपरेशन के बारे में सुना, जिसे ऑपरेशन मिडनाइट हैमर नाम दिया गया. इस ऑपरेशन में अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर सटीक हमले किए. इस मिशन में 125 से अधिक विमान, 7 B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स और 30 से ज्यादा टोमाहॉक मिसाइलें शामिल थीं. 

अमेरिका ने चतुराई भरी रणनीति और डिकॉय का इस्तेमाल कर ईरान की रक्षा प्रणालियों को चकमा दिया, जिससे ईरान कोई जवाबी कार्रवाई नहीं कर पाया. इस ऑपरेशन की पूरी कहानी, इसमें शामिल हथियारों, मिसाइलों और विमानों के बारे में समझते हैं. 

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ऑपरेशन मिडनाइट हैमर: मिशन की शुरुआत

ऑपरेशन मिडनाइट हैमर का उद्देश्य ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को नष्ट करना था. ये इजरायल और अमेरिका के लिए खतरा बन रहा था. यह मिशन 21 जून 2025 की रात को शुरू हुआ. इसे अमेरिकी वायुसेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया.

Operation Midnight Hammer

मिशन की योजना महीनों पहले बनाई गई थी, लेकिन इसे गुप्त रखा गया. केवल कुछ चुनिंदा लोग, जैसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल डैन केन को इसकी पूरी जानकारी थी.

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  • समय: हमले 21 जून 2025 की रात 6:40 बजे से 7:05 बजे (अमेरिकी समय) के बीच हुए, जो ईरान में सुबह 2:10 से 2:35 बजे के बीच था.
  • स्थान: फोर्डो, नतांज और इस्फहान के परमाणु ठिकाने.
  • रणनीति: अमेरिका ने डिकॉय (छलावरण) और न्यूनतम संचार का इस्तेमाल कर ईरान को भ्रमित किया, ताकि मिशन पूरी तरह गुप्त रहे.

कैसे चकमा दिया अमेरिका ने?

अमेरिका ने इस ऑपरेशन में कई चतुर रणनीतियों का इस्तेमाल किया, जिससे ईरान की रक्षा प्रणालियां बेकार हो गईं...

डिकॉय ऑपरेशन: कुछ B-2 बॉम्बर्स को जानबूझकर प्रशांत महासागर की ओर भेजा गया, ताकि ईरान को लगे कि हमला दूसरी दिशा से होगा. इन डिकॉय विमानों को गुआम के एंडरसन एयर फोर्स बेस की ओर भेजा गया, जिससे ईरान का ध्यान भटका. एक B-2 विमान (MYTEE 14) को हवाई में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी.

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न्यूनतम संचार: B-2 बॉम्बर्स ने 18 घंटे की उड़ान के दौरान बहुत कम संचार किया, ताकि ईरान के रडार और जासूसी सिस्टम इसे पकड़ न सकें. 

हाई-स्पीड फाइटर जेट्स: चौथी और पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स (जैसे F-22 रैप्टर और F-35 लाइटनिंग II) ने B-2 बॉम्बर्स के आगे उड़ान भरी. ईरान की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (SAM) को निष्क्रिय किया. इन जेट्स ने HARM (हाई-स्पीड एंटी-रेडिएशन मिसाइल्स) का इस्तेमाल कर ईरान के रडार सिस्टम को नष्ट किया. 

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हैरान करने वाला काम: ईरान की S-300 रूसी हवाई रक्षा प्रणाली B-2 बॉम्बर्स को नहीं देख पाई, क्योंकि ये स्टील्थ विमान रडार से बच सकते हैं. जनरल डैन केन ने कहा कि ईरान के फाइटर जेट्स ने उड़ान नहीं भरी. उनकी मिसाइल प्रणालियों ने हमें नहीं देखा. 

हथियार और विमान: ऑपरेशन में क्या-क्या इस्तेमाल हुआ?

ऑपरेशन मिडनाइट हैमर में अमेरिका ने अपनी सबसे उन्नत तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया. नीचे हर हथियार और विमान का विवरण दिया गया है...

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1. B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर

Operation Midnight Hammer

7 B-2 बॉम्बर्स. यह दुनिया का सबसे उन्नत स्टील्थ विमान है, जो रडार से बच सकता है. इसका निर्माण नॉर्थरॉप ग्रुमैन ने किया है. प्रत्येक B-2 दो GBU-57 MOP बम ले जा सकता है. इसकी रेंज 11000 किलोमीटर है, जिसके कारण यह बिना रुके मिसूरी से ईरान तक उड़ सकता है. 

इन विमानों ने व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस, मिसूरी से 18 घंटे की उड़ान भरी, जिसमें कई बार हवा में ईंधन भरा गया. अटलांटिक महासागर, मेडिटरेनियन सागर, इजरायल, जॉर्डन और इराक के रास्ते ईरान पहुंचे. इन विमानों ने फोर्डो और नतांज पर 14 GBU-57 MOP बम गिराए.

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2. GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP)

14 बम (12 फोर्डो पर, 2 नतांज पर). 13600 किलोग्राम जो इसे अमेरिका का सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम बनाता है. यह 18 मीटर कंक्रीट या 61 मीटर मिट्टी को भेद सकता है, जो इसे फोर्डो जैसे गहरे बंकरों के लिए आदर्श बनाता है. 

यह पहली बार युद्ध में इस्तेमाल हुआ, जिसने इसे ऐतिहासिक बनाया. मैक्सार की सैटेलाइट तस्वीरों में फोर्डो के ऊपरी रिज पर 6 बड़े क्रेटर दिखे, जो इन बमों की शक्ति को दर्शाते हैं.

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3. टॉमहॉक लैंड अटैक क्रूज़ मिसाइल (TLAM)

Operation Midnight Hammer

30 से अधिक मिसाइलें, जो इस्फहान पर दागी गईं. USS जॉर्जिया (ओहायो-क्लास गाइडेड मिसाइल सबमरीन) से दागी गईं. 2500 किलोमीटर. स्पीड: 880 किमी/घंटा (सबसोनिक). वॉरहेड: 450 किलोग्राम विस्फोटक. गाइडेंस: GPS और टेरेन मैपिंग के साथ इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम. रोल: इन मिसाइलों ने इस्फहान के सतही ढांचों को नष्ट किया, जैसे यूरेनियम प्रोसेसिंग इमारतें.

4. चौथी और पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स

F-22 रैप्टर, F-35 लाइटनिंग II और F-16 फाइटिंग फाल्कन. कुल 125 विमानों में से कई फाइटर जेट्स शामिल थे, लेकिन सटीक संख्या गुप्त रखी गई. ये जेट्स B-2 बॉम्बर्स के आगे उड़े और HARM मिसाइलों का इस्तेमाल कर ईरान के रडार और SAM सिस्टम को नष्ट किया. 

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Operation Midnight Hammer

इन्होंने डिकॉय मैन्यूवर्स किए और हाई-स्पीड प्री-एम्प्टिव फायरिंग से B-2 की सुरक्षा सुनिश्चित की. F-22 और F-35 स्टील्थ तकनीक से लैस हैं, जो इन्हें रडार से बचने में सक्षम बनाता है.

5. अन्य विमान

KC-46 पेगासस और KC-135 स्ट्रैटोटैंकर: दर्जनों टैंकर विमान. इन विमानों ने B-2 और फाइटर जेट्स को हवा में कई बार ईंधन भरा, जिससे 11,000 किमी की उड़ान संभव हुई. 

Operation Midnight Hammer

ISR (इंटेलिजेंस, सर्विलांस, और रिकॉन्सेंस) विमान:  संभावित मॉडल: RC-135 रिवेट जॉइंट, P-8 पोसाइडन, U-2 ड्रैगन लेडी, और MQ-4C ट्राइटन. इन विमानों ने ईरान की गतिविधियों पर नजर रखी और रियल-टाइम जानकारी प्रदान की.

EA-18G ग्रॉलर (संभावित): ये इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विमान रडार को जाम करने के लिए इस्तेमाल हो सकते थे।

6. कुल हथियार

75 सटीक-निर्देशित हथियार (प्रिसिजन-गाइडेड म्यूनिशन्स), 14 GBU-57 MOP (फोर्डो और नतांज पर) और 30+ टॉमहॉक मिसाइलें (इस्फहान पर). 31-37 अन्य हथियार (जैसे HARM मिसाइलें), जो फाइटर जेट्स ने रडार और SAM सिस्टम को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए.

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ऑपरेशन का समय और चरण

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शुरुआत (21 जून, रात 12 बजे, अमेरिकी समय): 7 B-2 बॉम्बर्स ने व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी. कुछ डिकॉय विमान प्रशांत महासागर की ओर गए. विमानों ने अटलांटिक, मेडिटरेनियन, और मध्य पूर्व के रास्ते 18 घंटे की उड़ान भरी. 

5:00 बजे शाम (अमेरिकी समय): USS जॉर्जिया ने इस्फहान पर 30+ टॉमहॉक मिसाइलें दागीं. ये मिसाइलें B-2 के बमों के बाद पहुंचीं, ताकि आश्चर्य का तत्व बना रहे. 

6:40 बजे शाम (अमेरिकी समय, ईरान में सुबह 2:10 बजे): लीड B-2 ने फोर्डो पर दो GBU-57 MOP बम गिराए. बाकी बॉम्बर्स ने फोर्डो और नतांज पर 14 MOP बम गिराए. फाइटर जेट्स ने हाई-स्पीड मिसाइलों से रडार और SAM सिस्टम को नष्ट किया.

7:05 बजे शाम (अमेरिकी समय): सभी हमले पूरे हुए. विमान ईरानी हवाई क्षेत्र से सुरक्षित निकल गए. टोमाहॉक मिसाइलें इस्फहान पर आखिरी हमला था.

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क्यों था यह ऑपरेशन ऐतिहासिक?

सबसे बड़ा B-2 मिशन: यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा B-2 ऑपरेशन था.  9/11 के बाद दूसरा सबसे लंबा B-2 मिशन. 

पहला MOP उपयोग: GBU-57 MOP बम पहली बार युद्ध में इस्तेमाल हुआ.

आश्चर्य का तत्व: ईरान की रक्षा प्रणालियां पूरी तरह नाकाम रहीं.

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125 विमानों का समन्वय: इतने बड़े पैमाने पर इतने विमानों का समन्वय दुनिया में केवल अमेरिका ही कर सकता है.

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