भारत और पाकिस्तान ने बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच आपसी बातचीत से फायरिंग रोकने के फैसले को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई है. दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMOs) ने तय किया है कि भरोसा बढ़ाने वाले कदम (कॉन्फिडेंस-बिल्डिंग मेजर्स) जारी रखे जाएंगे, ताकि सेनाओं का अलर्ट लेवल कम किया जा सके.
10 मई 2025 को भारत औऱ पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया था कि सीमा पर सभी तरह की सैन्य गतिविधियों पर रोक रहेगी. अब इस फैसले को कुछ और दिनों तक आगे बढ़ाया गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कहा कि उनकी सेना 18 मई तक सीज़फायर बढ़ाने के लिए तैयार है.
बता दें कि भारत ने 7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी और आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था. इसमें जैश-ए-मोहम्मद का हेड क्वार्टर भी शामिल था. भारत ने ये कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में उठाया था, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे.
ऑपरेशन सिंदूर के एक दिन बाद पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला करने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. तीन दिन तक भारी सैन्य तनाव के बाद पाकिस्तान के DGMO मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने भारत के DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को फोन कर किया था और सैन्य हमले रोकने की अपील की थी, जिसे भारत ने मान लिया और 10 मई को दोनों देशों ने सीमा पर फायरिंग बंद करने का फैसला किया.
हालांकि कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने इस समझौते का उल्लंघन करते हुए फिर से सीमा पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसकी खबरें सीमावर्ती गांवों से आईं. लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को भी नाकाम कर दिया था.