Chandel India-Myanmar Border Encounter: मणिपुर के चंदेल जिले में भारत-म्यांमार सीमा के पास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 10 उग्रवादियों के मारे जाने के दो दिन बाद भी उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी. शुक्रवार को एक रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान के प्रयास जारी हैं.
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने एक बयान जारी करके बताया कि सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल पर तलाशी अभियान चलाया, जहां सर्च ऑपरेशन के दौरान 12 आग्नेयास्त्र, गोला-बारूद और एक रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) बरामद किया गया.
पीटीआई के मुताबिक, रक्षा जनसंपर्क विभाग के बयान में कहा गया कि बुधवार को भारत-म्यांमार सीमा पर चंदेल जिले के न्यू समतल गांव के पास असम राइफल्स की एक इकाई के साथ मुठभेड़ में छद्म वर्दी पहने कम से कम 10 उग्रवादी मारे गए. बाद में तलाशी अभियानों के दौरान, सात एके-47 राइफलें, एक आरपीजी लांचर, एक एम4 राइफल और चार सिंगल-बैरल ब्रीच-लोडिंग राइफलें, गोला-बारूद और अन्य युद्ध संबंधी सामान बरामद किए गए.
बयान के अनुसार, उग्रवादियों पर सीमा पार से उग्रवादी गतिविधियों में शामिल होने का संदेह है. बयान में कहा गया है, 'क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए नागरिक प्रशासन और खुफिया एजेंसियों के समन्वय में सीमा पर स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.'
एक्स पर एक पोस्ट में सेना की पूर्वी कमान ने कहा था, 'भारत-म्यांमार सीमा के करीब चंदेल जिले के खेंगजॉय तहसील के न्यू समतल गांव के पास सशस्त्र कैडरों की आवाजाही पर विशेष खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, स्पीयर कोर के तहत असम राइफल्स इकाई ने 14 मई को एक अभियान शुरू किया है.'
ऑपरेशन के दौरान, संदिग्ध कैडरों द्वारा सैनिकों पर गोलीबारी की गई, जिस पर उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी गई, फिर से तैनात हुए और एक संतुलित और मापा तरीके से जवाबी कार्रवाई की गई. इसके बाद हुई गोलीबारी में 10 कैडरों को मार गिराया गया और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया.