प्रयागराज में महंत नरेंद्र गिरि की संदेहास्पद स्थिति में मौत की जांच कर रही सीबीआई ने अब इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. सीबीआई की चार्जशीट से खुलासा हुआ है कि 23 मई को आरोपी आनंद गिरि, महंत रवींद्र पुरी और नरेंद्र गिरि की बातचीत में आनंद गिरि ने ऑडियो-वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी.
इसी ऑडियो ने सुझाया केस
वीडियो कौन सा है यह पता नहीं चला है, लेकिन मई 2021 में नरेंद्र गिरि को फोन पर आनंद गिरि ने धमकी दी थी कि उसके पास ऐसा वीडियो है जिसे देखकर उनके पैरों तले की जमीन खिसक जाएगी. सीबीआई को धमकाने का वह ऑडियो मिल गया है. केस के खुलासे में इस ऑडियो ने बड़ी भूमिका निभाई है. आरोपी आनंद गिरि ने नरेंद्र गिरि को बातचीत में कहा था- ''मैं आपको वीडियो भेजूंगा तो आपके पैरों तले की ज़मीन खिसक जाएगी.''
रविंद्र पुरी ने दोनों के बीच कराया था समझौता
बताया गया है कि आनंद गिरि हरिद्वार में निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी के पास पहुंचा था. रविंद्र ने आनंद गिरि और नरेंद्र गिरि दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश की थी और इन दोनों की बात भी कराई थी. सीबीआई को आरोपी आनंद गिरि के मोबाइल से महंत नरेंद्र गिरि और महंत रवींद्र पुरी के साथ हुई बातचीत की तमाम रिकॉर्डिंग मिली हैं.
बता दें कि ऑडियो और वीडियो वायरल करने की धमकी के तीसरे दिन, आनंद गिरि और नरेंद्र गिरि के बीच लखनऊ में समझौता हो गया था. यह समझौता 26 मई को पूर्व मंत्री इंदु प्रकाश मिश्रा के लखनऊ स्थित आवास पर हुआ था.
आत्महत्या से पहले महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि की ब्लैक मेलिंग का जिक्र, सतुआ बाबा से बातचीत में किया था.
25 नवंबर को होगी मामले की सुनवाई