बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा पेश की गई क्लोजर रिपोर्ट में सुनवाई को निर्दिष्ट अदालत में स्थानांतरित करने की अनुमति दे दी गई है. मंगलवार को एक स्थानीय अदालत ने सीबीआई के अनुरोध पर ये फैसला दिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने पिछले महीने बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष अपनी क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी.
सीबीआई ने मजिस्ट्रेट केसी राजपूत को सूचित किया कि वो मामले की सुनवाई को एस्प्लेनेड मजिस्ट्रेट की अदालत में स्थानांतरित करने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष एक आवेदन पेश करेगी, जिसे सीबीआई मामलों की सुनवाई के लिए नामित किया गया है. मजिस्ट्रेट ने इसकी अनुमति देते हुए कहा कि जांच एजेंसी को मामले को स्थानांतरित करने के लिए निर्देश दिया जाता है.
केंद्रीय एजेंसी ने बिहार पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली थी, जिसने अभिनेता के पिता के के सिंह द्वारा पटना में दर्ज कराई गई शिकायत पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था. बिहार पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में उनके पिता ने आरोप लगाया था कि सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार के सदस्यों ने उनके बेटे के पैसे का दुरुपयोग किया है.
टेलीविजन साक्षात्कारों में रिया चक्रवर्ती ने इस आरोप से इनकार किया था. सीबीआई ने रिया और उनके करीबी लोगों के बयान दर्ज किए थे. अभिनेता के मेडिकल रिकॉर्ड एकत्र किए थे. रिया ने सुशांत की बहन प्रियंका और एक डॉक्टर के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि वे अभिनेता की मौत के लिए जिम्मेदार हैं. सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट ने सभी व्यक्तियों को दोषमुक्त कर दिया.
बताते चलें कि 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत पाए गए थे. उनकी मौत ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी और मामले की जांच मुंबई पुलिस से लेकर CBI तक पहुंची. मुंबई के कूपर अस्पताल में किए गए पोस्टमार्टम में मौत का कारण एस्फिक्सिया (दम घुटना) बताया गया था. सुशांत के पिता के.के. सिंह ने पटना में एफआईआर दर्ज कराई थी.
इस एफआईआर में रिया चक्रवर्ती सहित कई लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने, आर्थिक धोखाधड़ी और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे. सीबीआई ने अगस्त 2020 में केस अपने हाथ में लिया और कई वर्षों तक जांच जारी रखी. हालांकि, अब सीबीआई ने दोनों मामलों में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है, जो दर्शाता है कि उनकी जांच में सुशांत की मौत के लिए कोई आपराधिक साजिश नहीं थी.