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कर्नाटक: धार्मिक किताबों में लगाई आग, दक्षिणपंथी ग्रुप पर आरोप

यह घटना उस समय हुई जब ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि प्रचार अभियान के तहत घर-घर जा रहे थे. दक्षिणपंथी समूहों के सदस्यों ने उन्हें रोका और पूछताछ की, और फिर किताबे छीन कर उसमें आग लगा दी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कर्नाटक में ईसाई धर्म की किताबों में लगाई गई आग
  • दक्षिणपंथी समूह पर आरोप, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं

कर्नाटक के कोलार में कुछ दक्षिणपंथी ग्रुप के लोगों ने चर्च में धर्म परिवर्तन कराए जाने का आरोप लगाकर ईसाई धार्मिक पुस्तकों में आग लगा दी. अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

इस मामले को लेकर पुलिस ने कहा कि ईसाई समुदाय को धार्मिक पुस्तिकाएं बांटने के खिलाफ चेतावनी दी गई है. घटना में अब तक किसी भी दक्षिणपंथी समूह के सदस्य को गिरफ्तार नहीं किया गया है.

यह घटना उस समय हुई जब ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि प्रचार अभियान के तहत घर-घर जा रहे थे. दक्षिणपंथी समूहों के सदस्यों ने उन्हें रोका और पूछताछ की, और फिर किताबे छीन कर उसमें आग लगा दी.

बता दें कि कर्नाटक में बीते 12 महीनों में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर कई हमले हो चुके हैं. राज्य में इस तरह के हमले उस वक्त शुरू हुए थे जब राज्य की बीजेपी सरकार ने जबरन धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पर विचार करना शुरू किया था.

रविवार को, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि जबरन धर्मांतरण पर विधेयक विधानसभा के शीतकालीन सत्र में चर्चा के लिए पेश होगा और यह राज्य में जबरन धर्मांतरण से लोगों को बचाने के लिए था.

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बोम्मई ने कहा, "बिल केवल प्रलोभन द्वारा धर्मांतरण को रोकने के लिए है." उन्होंने उत्तर प्रदेश में ऐसे ही एक कानून के संदर्भ में कहा, "अधिकांश लोग चाहते हैं कि अन्य राज्यों में बनाए गए कानूनों का अध्ययन करने के बाद राज्य में भी ऐसा ही कानून लाया जाए."

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