दिल्ली के नरेला इलाके में दुकानदार की हत्या के बाद छह महीने से फरार चल रहे एक कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि आरोपी परवेश कुमार उर्फ ढिल्लू को 16 मई को नजफगढ़ के पास क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. वो दिल्ली का रहने वाला है. वो हरियाणा के सोनीपत जिले के मंडोरा गांव के मूल निवासी सुमित की हत्या के सिलसिले में वांछित था.
उन्होंने बताया कि सुमित नरेला इलाके में खाद बीज की दुकान चलाता था. परवेश कुमार और उसके साथियों ने बहन को परेशान करने का बदला लेने के लिए उसकी हत्या कर दी. एक गुप्त सूचना के आधार पर क्राइम की टीम ने परवेश कुमार को नजफगढ़ से गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने चचेरे भाई दीपांशु और राहुल हुड्डा के साथ मिलकर हत्या में शामिल होने की बात कबूल कर ली है.
उसने पुलिस को बताया कि तीनों ने सुमित से बदला लेने के लिए हत्या की योजना बनाई. इसके बाद साथ मिलकर उसे अंजाम दिया, क्योंकि सुमित उसकी बहन को परेशान किया करता था. पुलिस ने बताया कि बाकी आरोपियों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है. इससे पहले 15 फरवरी को भी नरेला में हत्या की एक सनसनीखेज वारदात हुई थी. वहां 25 साल के बंटी नाम लड़के की ईंट मारकर हत्या कर दी गई.
पुलिस ने हत्या के आरोपी अनम नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी ने पुलिस को बताया कि 100 रुपए को लेकर उनके बीच विवाद हुआ था. पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में शव की पहचान नहीं हो पाई थी. इलाके में घर-घर जाकर पूछताछ की गई तो मृतक की पहचान हुई. मृतक दादा माई कॉलोनी का रहने वाला था. पुलिस अधिकारी निधान वॉल्शन ने बताया कि 140 सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई थी.
इसके बाद आरोपी अमन की गतिविधियों का पता लगा. इस दौरान आरोपी ने मोबाइल फोन का बंद कर दिया. इसके बावजूद उसे पकड़ लिया गया. पुलिस जांच में पता चला था कि आरोपी अमन ने पहले बंटी को शराब पिलाई फिर ईंट से उसके सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से जांच में जुट गई थी. आरोपी से जुड़ी हर एक सूचना पर कड़ी नजर रखी जा रही थी.