
कबड्डी का खेल. खेल के साथ गैंग, गैंगवार और ड्रग्स का नेटवर्क. ये पंजाब के कबड्डी मैदान से निकले असहज कर देने वाले शब्द हैं. पिछले कुछ वर्षों से पंजाब के कबड्डी का मैदान गोलियों से रक्तरंजित हो गया है. यहां कुछ सालों में 10 कबड्डी खिलाड़ियों का कत्ल कर दिया गया है. मंगलवार रात लुधियाना में 23 साल के कबड्डी खिलाड़ी गुरविंदर सिंह का कत्ल इस सिलसिले की ताजा बानगी है.
इस हत्या की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है.
घटना के वक्त गुरविंदर अपने दोस्तों धर्मवीर और लवप्रीत सिंह के साथ एक मेडिकल स्टोर में थे. ये लोग एक सामुदायिक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे. तभी हमलावर अचानक आए. उन्होंने कुछ कहे पूछे बिना ही गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस ने मौके से कई खाली कारतूस बरामद किए हैं.
इस फायरिंग में गुरविंदर और धर्मवीर दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए. हालांकि लवप्रीत जिंदा है. गोलीबारी का शिकार हुए लोगों को पहले समराला सिविल अस्पताल ले जाया गया. यहां से उन्हें चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है. गुरविंदर ने रास्ते में दम तोड़ दिया.
कबड्डी के सक्रिय खिलाड़ी थे गुरविंदर सिंह
स्थानीय लोग बताते हैं कि गुरविंदर सिंह एक सक्रिय कबड्डी खिलाड़ी थे. वे अक्सर स्थानीय और डिस्ट्रिक्ट लेवल कॉम्पीटिशन में करते थे.
आखिर पंजाब में कबड्डी प्लेयर्स ही क्यों बन रहे हैं निशाना?
कबड्डी जैसा गांव-गांव में खेला जाना वाला बिना खर्चे वाला खेल आखिरकार क्राइम की दुनिया से कैसे जुड़ गया. दरअसल पंजाब में कबड्डी अब सिर्फ खेल नहीं रहा है, बल्कि शोहरत और पैसे का बड़ा मंच बन चुका है. लेकिन इस शोहरत को हासिल करने के लिए नाजायज रास्ते अपनाए जाने लगे हैं. NIA ने टेरर गैंगस्टर नेटवर्क की जांच के बाद फाइल की गई चाजशीट में भी इस बात का खुलासा किया है. पंजाब में कबड्डी का मतलब पैसा, पावर और पॉपुलरैटी हो गया है,
कबड्डी टूर्नामेंट्स में करोड़ों का सट्टा लगता है. पंजाब के आपराधिक गैंग्स खिलाड़ियों को मजबूर कर मैच फिक्स करवाते हैं या उन्हें अपने लीग में शामिल करने के लिए धमकाते हैं. इसके लिए विदेशों से पैसा आता है. कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया में कबड्डी के एनआरआई टूर्नामेंट होते हैं. इसमें करोड़ों रुपये इनाम के तौर पर ऑफर किए जाते हैं. इस दौरान कई ग्रुपों में कॉम्पीटिशन चलता है.
नशे के धंधे का पैसा टूर्नामेंट में
2022 में संदीप की हत्या इसी कबड्डी फेडरेशन की राइवलरी से जुड़ी थी. इस केस में बंबीहा और कौशल गैंग्स कनाडा-यूके जैसे देशों से कंट्रोल की लड़ाई लड़ रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में गैंगस्टर और ड्रग माफिया ने खेल में घुसपैठ कर ली है और अब दोनों ही नेटवर्क साथ-साथ चलते हैं. इस खेल में खूब पैसा लगाया जाता है.

कबड्डी पावर और पैसे का प्रतीक बन गया है. सोशल मीडिया के दौर में खिलाड़ियों की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा होता है. इससे गैंगस्टरों की नजर में भी ये खिलाड़ी आसानी से आ जाते हैं. कई खिलाड़ी बेरोजगारी के चलते ड्रग्स तस्करी या गैंग्स के संपर्क में आ जाते हैं. एक खिलाड़ी का किसी खास गैंग में शामिल होना उसे दूसरे गैंग का दुश्मन बना देता है.
पंजाब में कबड्डी खिलाड़ियों की कुछ चर्चित हत्याएं
मई 2020- कपूरथला– अरविंदरजीत सिंह पड्डा की हत्या
अगस्त 2020- बटाला – गुरमेज सिंह की हत्या
मार्च 2022– इंटरनेशनल प्लेयर संदीप सिंह की हत्या
इस केस में लकी पाटियाल-बंबीहा-कौशल गैंग का गठजोड़ शामिल था.
अप्रैल 2022- पटियाला- धर्मेंद्र सिंह की हत्या
सितंबर 2023- कपूरथला - हरदीप सिंह की तलवार से हत्या
नवंबर 2024- तरनतारण-सुखविंदर सिंह उर्फ नोनी की हत्या
मई 2025- लुधियाना- जगविंदर की हत्या
जून 2025- पंचकूला – सोनू नोलटा की हत्या
अक्तूबर 2025-लुधियाना- तेजपाल का कत्ल
रिपोर्ट के अनुसार हर मर्डर केस में विदेशी या इंटरस्टेट कनेक्शन निकल आता है. इन हत्याओं की साजिश विदेशों में रची जाती है और स्थानीय शूटर सिर्फ ऑर्डर पूरा करते हैं.
गुरविंदर सिंह की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. इसे लेकर अनमोल बिश्नोई के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट आया है. इस पोस्ट में लिखा है कि ये हत्या करण मादपुर और तेज चक ने की है.