ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. पंजाब पुलिस ने हाल ही में एक बड़े खुलासे के तहत यूट्यूबर जसबीर सिंह महल को गिरफ्तार किया है. जसबीर का सोशल मीडिया कनेक्शन भी अब जांच के घेरे में है, क्योंकि उसके इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान से जुड़े कई संदिग्ध वीडियो मिले हैं.
जसबीर ने अप्रैल 2024 में अपने इंस्टाग्राम हैंडल ‘जानमहल वीडियो’ पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान की एक दुकान में सूट खरीदते हुए नजर आ रही है. यह वही ज्योति है, जिसे पहले ही पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. दोनों की गतिविधियों ने जांच एजेंसियों को चौंका दिया है.
एक और वीडियो में जसबीर सिंह पाकिस्तान पुलिस की जमकर तारीफ करता दिख रहा है. उसके साथ पाकिस्तानी पुलिसकर्मी हाथ मिला रहे हैं और गले लगते हुए नजर आ रहे हैं. इन वीडियो से जाहिर होता है कि जसबीर और ज्योति, दोनों ही पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने के नाम पर असल में वहां की एजेंसियों के लिए प्रचार कर रहे थे.
यूट्यूबर के बहाने पाकिस्तान घूमने वाला जसबीर नॉर्मल ब्लॉगर नहीं था. पाकिस्तान की पुलिस और सेना उन्हें विशेष सुरक्षा देती थी। यह बात खुद एजेंसियों को संदेह में डालने के लिए काफी थी। किसी सामान्य ब्लॉगर को ऐसी VIP सुरक्षा नहीं मिलती। ISI के ऑपरेटिव्स खुद उन्हें सुरक्षा में पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में ले जाते थे.
सूत्रों के अनुसार, दोनों यूट्यूबर भारतीय एजेंसियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेजते थे. बैंक अकाउंट की जांच में भी चौंकाने वाले लेन-देन का खुलासा हुआ है. दोनों पाकिस्तान हाई कमीशन में काम करने वाले ISI इंस्पेक्टर दानिश के बेहद करीबी थे.
पंजाब पुलिस की एफआईआर कॉपी में दर्ज है कि 3 जून 2025 को सुबह करीब 10:30 बजे एक इनपुट मिला, जिसमें जसबीर सिंह उर्फ जानमहल और मोहम्मद सुफियान उर्फ सूफी को पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करते हुए पकड़ा गया. ये लोग सेना की गतिविधियों से जुड़ी जानकारी, वीडियो और लोकेशन पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेजते थे.
गिरफ्तारी के समय इनके पास से मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, नक्शे और संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए. इनके खिलाफ BNS की धाराएं 152, 61(2) और Official Secrets Act 1923 की धारा 3, 4, 5 के तहत केस दर्ज किया गया है. इस मामले में FIR दर्ज की गई और जांच जारी है. फॉरेंसिक और बैंक ट्रांजैक्शन की गहन पड़ताल चल रही है.