ओडिशा-झारखंड सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे एक अभियान के दौरान शनिवार सुबह भीषण आईईडी विस्फोट हुआ. इसमें सीआरपीएफ के एक अधिकारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. मृतक अधिकारी की पहचान उत्तर प्रदेश के कुशीनगर निवासी 34 वर्षीय एएसआई सत्यभान कुमार सिंह के रूप में हुई है. वो सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन में तैनात थे.
जानकारी के मुताबिक, माओवादियों द्वारा लूटे गए विस्फोटकों को बरामद करने के लिए सारंडा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहा था. एएसआई सत्यभान इसी संयुक्त तलाशी दल का हिस्सा थे. यह घटना सुंदरगढ़ जिले के के बलांग गांव के पास सुबह करीब छह बजे हुई. सीआरपीएफ और ओडिशा पुलिस के एसओजी की संयुक्त टीम 5 टन विस्फोटकों की तलाश में जुटी थी.
इन विस्फोटकों को 27 मई को सुंदरगढ़ के बांको में एक पत्थर की खदान से माओवादियों द्वारा लूटा गया था. इसी दौरान एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का विस्फोट हुआ, जिसमें एएसआई सत्यभान सिंह के बाएं पैर में गंभीर चोटें आईं. उन्हें तुरंत राउरकेला के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि माओवादियों ने पत्थर की खदान से बड़ी मात्रा में जिलेटिन और अन्य विस्फोटक सामग्री लूटी थी, जिसका इस्तेमाल वे सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले करने के लिए कर सकते थे. अब तक इस लूट का तीन-चौथाई हिस्सा बरामद कर लिया गया है, लेकिन शेष विस्फोटकों की तलाश के लिए अभियान अभी भी जारी है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा, "ओडिशा-झारखंड सीमा पर तलाशी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआई सत्यभान सिंह के बलिदान की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर सेवा और साहस का सर्वोच्च मानदंड स्थापित किया है. मैं शहीद जवान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं."
झारखंड पुलिस ने भी इस घटना पर दुख जताया है. शहीद अधिकारी को श्रद्धांजलि देने की तैयारी की जा रही है. पुलिस ने कहा कि शनिवार शाम पांच बजे रांची में सीआरपीएफ की 133वीं बटालियन मुख्यालय में एक पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा. इसमें शहीद एएसआई सत्यभान सिंह को सम्मानपूर्वक विदाई दी जाएगी. यह समारोह उनके साहस और बलिदान को याद करने का एक भावनात्मक अवसर होगा.