हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मंगलवार को हाई वैल्यू इलेक्ट्रॉनिक्स की तस्करी की एक बड़ी कोशिश को सीआईएसएफ ने नाकाम कर दिया. अबू धाबी से लौटे दो संदिग्ध यात्रियों से लगभग 1.4 करोड़ रुपए मूल्य के प्रतिबंधित ड्रोन, प्रीमियम स्मार्टफोन और लैपटॉप सहित कई महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किए गए हैं.
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने बुधवार को बताया कि 11 नवंबर को अबू धाबी से उतरे दो यात्रियों को एयरपोर्ट पर संदिग्ध अवस्था में देखे गए. उनकी गतिविधियां देखकर सीआईएसएफ के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच के लिए रोका. घरेलू आगमन निकास द्वार पर एक्स-बीआईएस मशीन से उनके सामानको स्कैन किया गया.
सीआईएसएफ के एक अधिकारी ने बताया,''हमारे जवानों ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों के सामान को स्कैन किया. जांच के दौरान उनके बैग से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद हुए. इनमें कई प्रतिबंधित ड्रोन, प्रीमियम स्मार्टफोन, लैपटॉप और महंगे गैजेट शामिल थे. जब्त किए गए सामानों की कीमत लगभग 1.4 करोड़ आंकी गई है.''
सूत्रों के अनुसार, दोनों यात्रियों से पूछताछ के दौरान साफ हो गया कि उनके पास मौजूद सामान का किसी भी तरह का वैध दस्तावेज नहीं है. दोनों ने पहले सामान को गिफ्ट ” बताने की कोशिश की, लेकिन जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो वे विरोधाभासी जवाब देने लगे. इसके बाद उनके सामान को जब्त कर लिया गया.
इसके बाद दोनों यात्रियों को सीमा शुल्क अधिकारियों के हवाले कर दिया गया, ताकि कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जा सके. इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट केंद्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय को भी भेजी गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह मामला किसी अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह से जुड़ा तो नहीं है.
सीआईएसएफ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के ज़रिए भारत में महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामानों की अवैध एंट्री रोकने के लिए उनकी निगरानी सख्त की जा रही है. यह भी चेतावनी दी गई कि कोई भी व्यक्ति जो ड्रोन या प्रतिबंधित सामान बिना अनुमति लाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ तुरंत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.