Chennai Anna University Sexual Harassment Case: तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी AIADMK ने अन्ना विश्वविद्यालय की छात्रा का यौन उत्पीड़न किए जाने के मामले में एकमात्र आरोपी ए ज्ञानशेखरन को दोषी ठहराए जाने के फैसले का बुधवार को स्वागत किया. पार्टी ने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पार्टी लगातार संघर्ष करती रही है.
फैसले की सराहना करते हुए विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि जनता की अदालत में उठाए गए कई सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं. यहां की एक महिला अदालत ने छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में ज्ञानशेखरन को दोषी ठहराया है.
कोर्ट ने जानना चाहा कि मामले में सबसे पहले गिरफ्तार किए गए ज्ञानशेखरन को तुरंत क्यों रिहा कर दिया गया? रिहाई और फिर से हुई गिरफ्तारी के बीच क्या हुआ?
पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने आरोप लगाया कि अब दोषी करार दिए गए आरोपी की डीएमके की दो हस्तियों से काफी निकटता थी, जिनमें से एक मंत्री हैं और दूसरी चेन्नई नगर निगम में महत्वपूर्ण पद पर हैं. उन्होंने पूछा कि पुलिस ने इन दोनों से पूछताछ क्यों नहीं की?
हालांकि ऐसे सभी आरोपों को डीएमके ने पहले ही खारिज कर दिया है. साथ ही, एआईएडीएमके के शीर्ष नेता ने विशेष जांच दल के उप पुलिस अधीक्षक राघवेंद्र रवि के इस्तीफे पर कथित दबाव के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है.
पलानीस्वामी ने यह भी सवाल उठाया कि पुलिस ने जांच पूरी होने से पहले ही यह क्यों घोषित कर दिया कि ज्ञानशेखरन ही एकमात्र आरोपी है. यह जल्दबाजी क्यों? किसको बचाने के लिए?
एआईएडीएमके के शीर्ष नेता ने 2026 के विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर अपनी पार्टी के सत्ता में आने का भरोसा जताया और कहा कि उस समय अपराध से जुड़े सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.