ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक कॉर्पोरेट कर्मचारी के साथ 6.28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में 24 इंटरस्टेट साइबर ठगों को गिरफ्तार किया. क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) विनयतोश मिश्रा ने जानकारी दी कि पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों से 16.85 लाख रुपये फ्रीज किए हैं और 6.8 लाख रुपये पीड़ित को वापस लौटाए हैं.
शिकायत के अनुसार, पीड़ित को एक फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर भारी रिटर्न का वादा कर बड़ी रकम निवेश कराने के लिए फंसाया गया था. शिकायत मिलने के बाद, पुलिस ने सात टीमों का गठन कर इंटरस्टेट ठग गिरोह की जांच शुरू की.
24 अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार
पुलिस ने तमिलनाडु से 9 गुजरात से 8 और राजस्थान से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया. एडीजी विनयतोश मिश्रा के अनुसार, गिरफ्तार किए गए बदमाशों में कोई भी असल सरगना नहीं हैं, बल्कि बड़े ठग सिंडिकेट के प्यादे हैं जो लोगों को ठगने का काम करते हैं.
इसके अलावा विनयतोश मिश्रा ने बताया कि शुरुआत में पीड़ित को 19 रुपये प्रति शेयर की कीमत दी गई थी, जो तेजी से बढ़कर 110 रुपये हो गई और कुल फंड वैल्यू 25 करोड़ रुपये हो गया. जब शिकायतकर्ता ने पैसे निकालने की कोशिश की तो ग्रुप एडमिन ने 23 करोड़ रुपये निकालने की अनुमति दे दी. हालांकि, पैसे निकालने के प्रयास के दौरान पीड़ित को ग्रुप से हटा दिया गया और लेनदेन के लिए इस्तेमाल की गई एप्लिकेशन को निष्क्रिय कर दिया गया.
11 आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा
जांच के दौरान प्राप्त बैंक विवरण और अन्य दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने तीन राज्यों से 24 आरोपियों की पहचान की. एडीजी विनयतोश मिश्रा ने कहा, अब तक टीम ने तमिलनाडु से 9 गुजरात से 8 और राजस्थान से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. छह आरोपियों को 28 अक्टूबर को अदालत में पेश किया गया था और 11 आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा. राजस्थान से सात और आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा लाया जा रहा है और मामले की जांच जारी है.