उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कत्ल का एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने रिश्तों की हर परिभाषा को तार-तार कर दिया. जिले के नांगल थाना क्षेत्र के तिसोत्रा गांव में सुभाष तोमर (60) को अपने ही बेटे सौरभ (30) की हत्या कर दी. इसके बाद उसके शव को ठिकाने लगाकर गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज करा दिया. इस मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने खौफनाक सच आया, जिसने केस का रुख बदल दिया. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सर्किल ऑफिसर (नगीना) नितेश प्रताप सिंह के मुताबिक, 14 नवंबर को आरोपी सुभाष ने नांगल थाने में अपने बेटे सौरभ की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. उसने बताया कि उसका बेटा कहीं निकला था और वापस नहीं लौटा. लेकिन अगले ही दिन कहानी अचानक मोड़ ले लेती है. सुभाष पुलिस को सूचना देता है कि सौरभ का शव गांव के पास गन्ने के खेत में पड़ा मिला है. उसका दावा था कि बेटे की मौत किसी जंगली जानवर के हमले में हुई है.
पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज देती है. इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को झटका लगता है, क्योंकि उसमें मौत की वजह धारदार हथियार से हुए हमला बताया गया था. इसके बाद पुलिस सुभाष को हिरासत में ले लेती है. उससे सख्ती से पूछताछ शुरू की जाती है. कुछ ही घंटों में सुभाष टूट जाता है, जिसके बाद सच सामने आ जाता है, जो पूरे मामले को हैवानियत की श्रेणी में खड़ा कर देता है.
सीओ के अनुसार, सुभाष ने अपना गुनाह कुबूल करते हुए खुलासा किया कि उसका अपनी बहू के साथ अवैध संबंध था. सौरभ को इसका पहले ही पता चल चुका था, जिसकी वजह से घर में कई बार झगड़े होते थे. इससे तंग आकर और बेटे से पीछा छुड़ाने के लिए सुभाष ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली. 12 नवंबर को जब सौरभ खेतों की तरफ गया, सुभाष भी पीछे-पीछे पहुंच गया. वहीं खेत में बेटे पर कुदाल से ताबड़तोड़ हमला कर दिया.
उसका वार इतना तेज और घातक था कि सौरभ मौके पर ही दम तोड़ दिया. इस वारदात के बाद सुभाष ने पूरे प्रकरण को जंगली जानवर का हमला दिखाने की कोशिश की, लेकिन सच ज्यादा देर छिप नहीं पाया. पुलिस ने सुभाष को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल कुदाल और एक देसी पिस्तौल भी बरामद किया. पुलिस पता लगा रही है कि पिस्तौल कहां से आई और क्या इसका इस्तेमाल पहले भी किसी अवैध गतिविधि में हुआ है.