कोविड संकट के बीच बुधवार यानी कल अहम मीटिंग होनी है. इसमें कोविड वैक्सीन से जुड़ी तीन बड़ी बातों पर चर्चा होगी. इसमें बूस्टर डोज के गैप को कम करने के साथ-साथ यह भी तय हो सकता है कि 12 साल से छोटे बच्चों को कोविड का टीका कब से लगेगा. बच्चों के टीके को पिछले दिनों ही मंजूरी मिली है.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कोरोनो के नए केस लगातार बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से कोरोना के एक्टिव मरीज 20 हजार के करीब हो गए हैं. इसबार बच्चे भी पहले की लहरों के मुकाबले ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं, जिससे चिंता बढ़ गई है.
NTAGI तीन अहम बातों पर करेगा चर्चा
-- टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) बुधवार को मीटिंग करेगा. इसमें पहली चर्चा विदेश जाने वाले भारतीयों पर होगी. देखा जाएगा कि क्या कुछ खास परिस्थितियों में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज (precaution dose) तय वक्त से पहले लगाई जा सकती है. प्लान है कि जिनको पढ़ाई, रोजगार, खेल प्रतियोगिता या फिर बिजनेस के सिलसिले से बाहर जाना है, उनको कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज तय वक्त से पहले लगा दी जाए.
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-- सलाहकार समिति इस बात पर भी चर्चा करेगी कि दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच के गैप को घटाकर छह महीने किया जाए. फिलहाल दूसरी कोविड वैक्सीन डोज के 9 महीने बाद ही बूस्टर डोज लगवा सकते हैं.
बूस्टर डोज जल्दी देने का विचार क्यों आया? यह भी जान लीजिए. दरअसल, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और दूसरे इंटरनेशनल संस्थानों ने माना है कि कोविड की दोनों खुराक लेने के बाद बनी एंटीबॉडी करीब छह महीने बाद खत्म हो जाती है. वहीं बूस्टर डोज लगने से इम्यूनिटी मजबूत होती है.
-- NTAGI की मीटिंग में तीसरी चर्चा इस बात को लेकर होगी कि 5-12 साल के बच्चों को कोरोना टीका कब से लगाया जाए. दरअसल, बीते दिनों ही बच्चों के लिए दो कोरोना टीकों को मंजूरी मिली थी. बताया गया था कि 5-12 साल के बच्चों को Corbevax और 6-12 साल के बच्चों को Covaxin का टीका लगेगा. DCGI ने इनको आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.
अदार पूनावाला की तरफ से ट्वीट कर कोवावैक्स वैक्सीन को लेकर बड़ा बयान दिया गया है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि ये वैक्सीन बच्चों के लिए 90 फीसदी तक असरदार रहने वाली है. ये पहली वैक्सीन है जिसका निर्माण भी भारत में हुआ है और जिसे यूरोप में भी बेचा जा रहा है.
इसके साथ-साथ 12 से ऊपर के आयुवर्ग के लिए 'ZyCoV-D' की 2 डोज वाली वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है. हालांकि, यह साफ नहीं है कि यह टीकाकरण कब से और कहां-कहां पर शुरू होगा.
बता दें कि भारत में पहले 10 जनवरी से 60 साल और उससे ऊपर के लोगों को precaution dose देनी शुरू की गई थी. फिर 10 अप्रैल से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के लिए बूस्टर डोज की शुरुआत की गई. फिलहाल इस उम्र के लोगों को बूस्टर डोज निजी वैक्सीन केंद्रों पर लग रही है.