तीसरी क्लास में थे, घर का आधा हिस्सा बिक गया. छठी क्लास तक आते-आते पूरा घर ही बिक गया. परिवार पर गरीबी हावी थी. आमदनी इतनी कम थी कि घर का खर्च भी नहीं चल पा रहा था. पिता एक कंस्ट्रक्शन ठेकेदार थे, उन्हें कारोबार में लगातार घाटा उठाना पड़ रहा था. आज उसी घर के लाल ने कमाल कर दिया है. क्योंकि उसने वर्षों तक गरीबी झेली, उस लाल का नाम है- अलख पांडे. आज के दौर में अलख पांडे किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. असली गुदड़ी लाल इन्हें कह सकते हैं.
दरअसल, फिजिक्सवाला (Physics Wallah) का आईपीओ खुल गया है, और निवेशक 13 नवंबर तक इस आईपीओ में पैसे लगा सकते हैं, फिजिक्सवाला कंपनी के मालिक अलख पांडे हैं. जो आज देश के टॉप-10 Youngest Billionaires में शामिल हैं, और अब उनकी कंपनी शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है. फिजिक्सवाला अपने आईपीओ से कुल 3,480 करोड़ रुपये जुटान की तैयारी में है. IPO का प्राइस बैंड 103 से 109 रुपये के बीच है. IPO के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 31,500 करोड़ रुपये बैठता है.
33 साल के अलख पांडे लगातार दो साल से हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में टॉप-10 अरबपतियों में शामिल होकर सुर्खियां बटोर रहे हैं. हुरुन इंडिया रिच लिस्ट (Hurun India Rich List 2025) में अलख पांडे की संपत्ति बढ़कर 14,510 करोड़ रुपये हो गई है. अलख एडटेक स्टार्टअप फिजिक्सवाला के को-फाउंडर हैं. इनकी फर्श से अर्श पर पहुंचने की कहानी बेहद दिलचस्प है..
आर्थिक तंगी में बीता बचपन
अलख पांडे जब छठी क्लास में थे, तभी उनके प्रयागराज के साउथ मलाका इलाके में स्थित घर बिक गया. उस दौर को याद करते हुए अलख पांडे ने खुद कई बार बताया है कि 'हम लोगों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि आठवीं में पढ़ते हुए मैं पांचवीं तक के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगा था.' उनकी मां एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं, जबकि बहन भी ट्यूशन पढ़ाकर घर खर्च में योगदान देती थी.
ट्यूशन पढ़ाने से पहली कमाई 5000 रुपये!
शुरुआती दौर में ट्यूशन पढ़ाते हुए अलख पांडे महीने के करीब 5000 रुपये कमाते थे. ट्यूशन पढ़ाते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई लिखाई पर भी पूरा फोकस रखा और मेहनत और बी.टेक किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद उनके दिमाग में एक आइडिया आया, जिसने उनकी पूरी लाइफ ही बदल दी. दरअसल, बच्चों को पढ़ाते-पढ़ाते अलख पांडेय ने यू-ट्यूब चैनल बनाने का सोचा और फिर साल 2017 में उन्होंने अपने साथी प्रतीक महेश्वरी के साथ 'Physics Wallah' नाम से एक यूट्यूब चैनल खोला. आज प्रतीक महेश्वरी भी करोड़ों के मालिक हैं.
इस बीच 2017 में दो चीजें हुईं. पहला भारत में सस्ती 4जी सर्विस का आगमन हुआ. दूसरा- अलख का रणनीति बदलना. अलख खुद आईसीएसई बोर्ड से पढ़े थे. उन्हें अच्छे से पता था कि इस बोर्ड में पढ़ने वाले बच्चे साधन संपन्न वर्ग से आते हैं और इंटरनेट पर उनके लिए कोई खास स्टडी मटीरियल उपलब्ध नहीं था. अलख ने इन छात्रों पर फोकस किया और उन्हें जल्दी ही इसके अच्छे नतीजे दिखने लगे. 2018 में अलख को यूट्यूब से 8,000 रुपये का पहला चेक आया. इस समय उनके चैनल पर करीब 50,000 सब्सक्राइबर हो गए थे.
इस चैनल पर उनके वीडियोज को छात्र बेहद पसंद किया करते थे, उनके हर लेक्चर वीडियो पर लाखों में व्यूज पहुंचते थे. इसके बाद अलख ने एक मोबाइल ऐप तैयार किया, जिसमें बेहद कम फीस देकर छात्र ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस ले सकते थे. कुछ समय बाद ही फिजिक्सवाला के यूट्यूब चैनल के 69 लाख सब्सक्राइबर बन गए और 50 लाख ऐप डाउनलोड कर लिए गए. 2020 में फिजिक्सवाला को कंपनी एक्ट में शामिल किया गया.
लाखों की नौकरी का ऑफर भी ठुकराया
जब अलख पांडे अपने आइडिया पर आगे बढ़ रहे थे, उस दौरान उनके पास कई अच्छी नौकरियों के ऑफर भी आए थे, जिनमें उन्हें लाखों रुपये महीने का प्रस्ताव दिया गया था. बता दें कि अनअकेडमी से अलख पांडेय को पूरे 4 करोड़ का ऑफर मिला था, लेकिन उन्हें अपने दम पर कुछ अलग करना था, इसलिए उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था. सभी को कम बजट में क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए शुरू की गई ये कोचिंग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवीरों के बीच एक जाना-माना नाम बन गई. अलख पांडे की इस सफलता में उनके सहयोगी प्रतीक माहेश्वरी का भी अहम योगदान है, जो आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) से इंजीनियरिंग डिग्री होल्डर हैं.