लॉकडाउन में भी देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई की 90 फीसदी एटीएम मशीन एक्टिव हैं. ये जानकारी एसबीआई के खुदरा, भुगतान और डिजिटल बैंकिंग प्रमुख पीके गुप्ता ने दी है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से एसबीआई की बैंकिंग गतिविधियों में कमी देखने को मिली है. हालांकि, बैंक के ग्राहकों की ओर से डिजिटल लेनदेन सामान्य है.
शाखाएं सीमित अवधि के लिए खुल रही हैं
पीके गुप्ता ने बताया कि बंद के बीच बैंक राज्य और जिला प्रशासन के साथ मिलकर किन-किन शाखाओं को कितनी देर के लिए खोलना है, इस पर सहयोग कर रहे हैं. गुप्ता ने बताया कि पिछले दो दिन में उसकी अधिकतर शाखाएं सीमित अवधि के लिए खुली रही हैं. कुछ राज्यों में बैंक की शाखाएं सात से 10, कुछ में आठ से 11 और कुछ में 10 से दोपहर दो बजे तक खुली रहीं. बंद की अवधि में सरकार ने बैंकिंग सेवाओं को आवश्यक सेवा के तहत रखा है.
डिजिटल लेनदेन पर जोर की अपील
इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने लोगों से डिजिटल लेन-देन पर निर्भरता बढ़ाने की अपील की है.नियामक ने कहा कि वह कामकाज जारी रखने की अपनी योजना को बेहतर बना रहा है ताकि लॉकडाउन के दौरान लोगों को दिक्कतें नहीं आए. एनपीसीआई के एमडी दिलीप आस्बे ने कहा, ‘‘हम जरूरी सामानों के सभी सेवा प्रदाताओं तथा उपभोक्ताओं से आग्रह करते हैं कि सुरक्षित बने रहने के लिए डिजिटल भुगतान अपनाएं.’’
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आस्बे ने कहा कि एनपीसीआई राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि अधिक से अधिक वेंडरों को डिजिटल भुगतान से जोड़ा जा सके. उन्होंने कहा कि नियामक ने यूपीआई की प्रणाली से जुड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी है और इसे पूरी तरह से संपर्क-रहित बना दिया है, ताकि वेंडरों को अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाते समय अलग-थलग रहने के दिशानिर्देशों के साथ समझौता नहीं करना पड़े.