अकसर देखा गया है कि लोगों के पास पैसे तो होते हैं लेकिन आइडिया और जानकारी के अभाव में उस पैसे का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं. वहीं जिन लोगों को समझ होती है वह पैसे का सही इस्तेमाल कर कामयाबी के झंडे गाड़ते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके जरिए अपनी समझ बढ़ाकर पैसे से पैसा बना सकते हैं.
निवेश का मकसद साफ हो
कोई भी काम करने से पहले उसका मकसद साफ होना जरूरी होता है. अगर निवेशक का मकसद साफ है तो वह टार्गेट रिटर्न, टाइम हॉरिजन और जोखिम जैसे अन्य अहम फैक्टर्स के बीच चुनाव ज्यादा अच्छे से कर सकता है. सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर तारेश भाटिया कहते हैं कि निवेश करें लेकिन थोड़ी समझ भी रखने की जरूरत है.
तारेश भाटिया ने कहा, '' यह चुनावी साल है, इसलिए मार्केट में उतार- चढ़ाव देखने को मिल सकता है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप एकसाथ बड़ा अमाउंट शेयर बाजार में कहीं निवेश ना करें. भाटिया के मुताबिक वर्तमान दौर में प्रॉपर्टी में निवेश करना भी कोई समझदारी का काम नहीं है. यह नुकसान का सौदा हो सकता है. उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी में निवेश से 10 साल में 8 से 10 फीसदी का रिटर्न मिलने की उम्मीद है लेकिन अगर इसी अमाउंट को समझदारी से किसी इक्विटी फंड में निवेश करते हैं तो 12 से 15 फीसदी तक का रिटर्न आसानी से मिल सकता है.
क्या करें
तारेश भाटिया ने सलाह दी है कि अपने पास रखे अमाउंट को निवेश करें और जरूरी काम को कम ब्याज दर वाले लोन लेकर निपटाएं. उदाहरण देते हुए भाटिया कहते हैं कि होम लोन पर जितनी ब्याज दर लगती है उससे दोगुना म्युचुल फंड पर रिटर्न मिल जाता है.
इसके अलावा कुछ पैसे खुद पर भी निवेश करें ताकि इन्वेस्टमेंट को लेकर
आपकी समझ बढ़ सके. खुद पर निवेश का मतलब ये है कि वर्कशॉप या किसी और तरीके
से आप शेयर बाजार की बारीकियों को समझ सकें. आपको यह पता हो कि कौन से
म्युचुअल फंड में निवेश से टैक्स सेविंग होगी.
अगर निवेश नहीं की तो...
बहुत ऐसे भी लोग होते हैं जो निवेश करने की
बजाए अपने आइडिया या कारोबार में पैसे लगाने पर फोकस करते हैं. ऐसे लोगों
को स्टार्टअप Kolan India की डायरेक्टर मनीषा अग्रवाल ने कुछ सलाह दी है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में बड़े-बड़े कारोबारी या निवेशक
स्टार्ट-अप्स में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं. उन्हें ऐसे लोगों की
तलाश है जिनके आइडिया या प्रोडक्ट शानदार और भविष्य में प्रासंगिक हैं.
ऐसे में यह जरूरी है कि समझदारी से पैसों का स्टार्टअप में इस्तेमाल करें
और निवेशकों को लुभाने के तरकीब अपनाएं.