देश की सबसे बड़ी पेंट निर्माता कंपनी के स्टॉक में अच्छी ग्रोथ देखी जा रही है. पिछले दो दिनों से यह लगातार अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर को टच कर रहा है. आज 4.49% बढ़कर 52-सप्ताह के नए उच्चतम स्तर ₹2,898.20 पर पहुंच गया.
एशियन पेंट्स लिमिटेड का मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹2.74 लाख करोड़ हो चुका है. पिछले दो दिनों में तेजी को देखें तो इस शेयर ने करीब 10 फीसदी की तेजी दिखाई है. यह शेयर 5,20, 30, 50, 100 और 200 दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है.
क्यों आई शेयरों में तेजी?
एशियन पेंट्स के शेयर 1 साल में 16 फीसदी और इस साल 24% चढ़ चुके हैं. पिछले दो दिनों के दौरान शेयरों में तेजी कंपनी के तिमाही नतीजे के बाद आया है. कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में उसका राजस्व 6.4% बढ़कर 8531 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 8027.5 करोड़ रुपये था. EBITDA भी 21.3% बढ़कर 1503 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1239.5 करोड़ रुपये था.
डिविडेंड देने का ऐलान
एशियन पेंट्स ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया, जिसमें घरेलू डेकोरेटिव वॉल्यूम में 10.9% की ग्रोथ है. फर्म के बोर्ड ने 31 मार्च 2026 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 1 रुपये (एक रुपये) के फेस वैल्यू पर 4.50 रुपये डिवडेंड का भी ऐलान किया है. इसका रिकॉर्ड डेट 18 नवंबर रखा गया है और 27 नवंबर तक डिविडेंड क्रेडिट किया जा सकता है.
ब्रोकरेज फर्मों ने दिया बड़ा टारगेट
कंपनी का शेयर ओवरबॉट हो चुका है, क्योंकि इसका RSI 80.8 पर है. इसके बावजूद ब्रोकरेज फर्मों को इसमें अच्छी तेजी का अनुमान दिखाई दे रहा है. नुवामा को इसके डिमांड में बढ़ोतरी की उम्मीद दिख रही है. नुवामा ने दूसरी तिमाही की इनकम के आधार पर ईपीएस में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है. FY26E/27E/28E के EPS में 3%/3%/4% की बढ़ोतरी होने का अनुमान है. नुवामा ने इसका टारगेट प्राइस 3390 रुपये दिया है.
मोतीलाल ओसवाल को पेंट्स के शेयर में 8% की बढ़त की उम्मीद है। उसने कंपनी के लिए 3,000 रुपये का मूल्य लक्ष्य रखा है. ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए अपने ईपीएस अनुमानों में 5% की तेजी रखी है. जेफरीज ने खरीद की सलाह के साथ इसका लक्ष्य मूल्य बढ़ाकर 3300 रुपये कर दिया है.
जेफरीज ने कहा कि ब्रांड्स, इनोवेशन और क्षेत्रीय सक्रियताओं में निवेश के कारण शेयर वृद्धि के साथ-साथ डी/डी की घरेलू मात्रा में वृद्धि दूसरी तिमाही की प्रमुख विशेषता रही. दिलचस्प बात यह है कि इसके साथ ही मार्जिन में भी वृद्धि हुई. प्रतिस्पर्धा अभी भी तीव्र है, लेकिन पेंट्स लॉन्गटर्म का कारोबार है.
(नोट- यहां बताया गया टारगेट प्राइस, ब्रोकरेज फर्मों के अपने विचार हैं. aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)