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Success Story: पढ़ाई छोड़ी... फैक्ट्री में किया काम, आज 15000Cr की कंपनी के मालिक और 150 देशों में कारोबार

Trident Group Success Story: पंजाब के रहने राजिंदर गुप्ता में शुरुआती जीवन में तमाम चुनौतियों के बावजूद कुछ बड़ा करने का ठाना और 80 के दशक में एक फर्टिलाइजर कंपनी से छोटी शुरुआत की, जो आज 15000 करोड़ रुपये ट्राइडेंट ग्रुप में तब्दील हो चुका है.

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फर्टिलाइजर कंपनी से हुई थी ट्राइडेंट ग्रुप शुरुआत
फर्टिलाइजर कंपनी से हुई थी ट्राइडेंट ग्रुप शुरुआत

कहते हैं कभी हार न मानने का जज्बा हो, तो सफलता आपके कदम चूम ही लेती है. इसका बड़ा उदाहरण हैं राजिंदर गुप्ता, जो ट्राइडेंट ग्रुप (Trident Group) के फाउंडर हैं और देश के सबसे रईसों में शामिल हैं. उनकी सक्सेस स्टोरी न केवल प्रेरित करने वाली है, बल्कि बेहद दिलचस्प भी है. पारिवारिक कारणों से महज 14 वर्ष की उम्र में पढ़ाई छोड़ने वाले Rajinder Gupta ने फैक्ट्रियों में नौकरी की, लेकिन उनके दिमाग में कुछ बड़ा करने का आइडिया उमड़ रहा था. चुनौतियों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी खुद की कंपनी खड़ी कर दी, जिसकी वैल्यू आज करीब 15,000 करोड़ रुपये है. 

छोटी शुरुआत, आज 150 देशों में कारोबार
Trident Group घरेलू कपड़ा उत्पादों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है. इसके अलावा भी ये कंपनी अन्य कई बिजनेस से जुड़ी हुई है, जिसमें केमिकल और कागज निर्माण भी शामिल है. कंपनी के सबसे बड़े ग्राहकों में Amazon, Wallmart, Target, IKEA जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं. इसके अलावा ट्राइडेंट ग्लोबली टॉप-5 टेरी टॉवेल मैन्युफैक्चरर में शामिल है. फर्टिलाइजर बिजनेस से शुरू हुए पंजाब बेस्ड ट्राइडेंट ग्रुप का कारोबार आज दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है. 

अभिषेक इंडस्ट्रीज से बन गया Trident ग्रुप
1959 में जन्मे राजिंदर गुप्ता का नौकरियों में मन नहीं लगा, तो उन्होंने अपना काम शुरू करने की ठान ली और 80 के दशक में एक छोटी शुरुआत की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 1985 में उन्होंने अपनी जमापूंजी का इस्तेमाल करके अभिषेक इंडस्ट्रीज (Abhishek Industries) नाम से फर्टिलाइजर बिजनेस की शुरुआत की थी और यहां से शुरू हुई उनकी बिजनेस जर्नी समय के साथ बढ़ते-बढ़ते 15,000 करोड़ रुपये मार्केट कैप वाले ट्राइडेंट ग्रुप में तब्दील हो गई. 

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अभिषेक इंडस्ट्रीज की शुरुआत के बाद उन्होंने कारोबार विस्तार पर फोकस किया और 1991 में राजिंदर गुप्ता ने एक कताई मिल (Katai Mill) की शुरुआत की और इसकी सफलता के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने अपना कारोबार कपड़ा, कागज और केमिकल सेक्टर में फैलाना शुरू कर दिया. पंजाब से शुरू हुआ प्रोडक्शन का दायरा मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में पहुंचा. लंबे समय तक इसे अभिषेक इंडस्ट्रीज के नाम से ही जाना जाता रहा और फिर 18 अप्रैल 2011 में इसका नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर Trident Limited कर दिया गया. आज ट्राइडेंट दुनियाभर में होम टेक्सटाइल्स और पेपर मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में बड़ा नाम बन चुका है. 

5 साल में शेयर ने दिया 330% रिटर्न
चुनौतियों के बावजूद कभी हार नहीं मानने वाले राजिंदर गुप्ता का कारोबार बढ़ने के साथ ही उनके नेटवर्थ में भी इजाफा होता चला गया, फोर्ब्स के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति फिलहाल करीब 1.3 अरब डॉलर (11,288 करोड़ रुपये) है. उनकी कंपनी Trident Ltd बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है. अगर शेयर की बात करें, तो अपने निवेशकों के लिए इसका स्टॉक बीते पांच साल में मल्टीबैगर रिटर्न देने वाला साबित हुआ है. 

पांच साल पहले Trident Share निवेशकों के लिए मल्टीबैगर स्टॉक (Multibagger Stock) साबित हुआ है. बीते 19 जून 2020 को कंपनी के एक शेयर की कीमत 6.80 रुपये थी, जो कि गिरावट के बावजूद 29.23 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. ऐसे में निवेशकों का पैसा इस अवधि में चार गुना हो गया है. Trident Stock का 52 वीक का हाई लेवल 41.45 रुपये है, जबकि इसका लो-लेवल 23.11 रुपये है. यहां बता दें कि राजिंदर गुप्ता ने साल 2022 में स्वास्थ्य और पारिवारिक कारणों का हवाला देकर चेयरमैन पद से रिजाइन कर दिया था. 

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(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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